New Delhi, 01 May (NNS): The arrivals of wheat showed uptrend in the markets of MP, but both the governmental and non-government organisations are purchasing the stock constantly, due to which, there, the prices showed uptrend gradually. The government agencies are also purchasing the stock of wheat in the markets of Rajasthan. Here, in Haryana and Punjab, the government agencies are purchasing huge amount of stock because the stockists are not purchasing the stock here. In these circumstances, around 196 lakh tonnes of wheat has already been purchased. Here, in godown reach, its prices also ruling at Rs 2495/2500 per quintal. Now, it is profitable to sell the stock at the current level because the uptrend in the prices may lead to heavy loss at the current level.
गेहूं -अभी तेजी, किंतु माल बेचिए
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक बढ़ गई, लेकिन सरकारी एवं गैर सरकारी खरीद लगातार चल रही है, जिससे वहां भाव धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान की मंडियों में भी सरकारी एजेंसियां गेहूं की खरीद कर रही है। इधर हरियाणा पंजाब में सरकारी एजेंसियां ज्यादा खरीद कर रही हैं तथा प्राइवेट सेक्टर में खरीद कम हो रही है, क्योंकि यहां स्टॉकिस्ट ज्यादा नहीं खरीद रहे हैं, इन परिस्थितियों में गेहूं की खरीद अब तक 196 लाख मीट्रिक टन के करीब हो चुकी है। यहां भी गेहूं के भाव गोदाम पहुंच में 2495/2500 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं। अब इन भावों में एक बार माल बेचना चाहिए, क्योंकि पीक समय में इतनी तेजी दुखदाई हो सकती है।Rice: no possibility to decrease New Delhi, 01 May (NNS): Presently, both the domestic and the export demand of rice reported to be sluggish during the last 20/22 days, due to this, there is a swamp of downtrend. Now, the enquiry has been started increasing at the lower level, due to which, the prices have not showed more downtrend. The reality is that the milling prices of rice sela 1509 remained at Rs 6750 per quintal after purchasing the stock of paddy at the current level, whereas, the mills are selling the stock at Rs 6550 per quintal. Its prices were at Rs 6600 per quintal in the markets, in these circumstances, there is no possibility of more downtrend in the price and it is profitable to purchase the stock at the current level, whereas, the ration stock also being sell out constantly in the markets, due to which, the prices have not showed more uptrend during the coming days.
चावल-और घटने की गुंजाइश नहीं
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) गत 20-22 दिनों के अंतराल घरेलू एवं निर्यात दोनों ही मांग पूरी तरह से ठंडी पड़ जाने से चावल में एक बार मंदे का दलदल बन गया था। अब नीचे वाले भाव में एक बार फिर निर्यातकों की पूछ परख आने लगी है, जिससे मंदे को विराम लग गया है। वास्तविकता यह है कि वर्तमान भाव के धान को खरीद करके मीलिंग करने पर 1509 सेला 6750 रुपए राइस मिलों में पड़ रहा है, जबकि मिलों को 6550 रुपए में बेचना पड़ रहा है। बाजार में भी इसके भाव 6600 से ऊपर नहीं है, इन परिस्थितियों में अब और घटने की गुंजाइश नहीं है तथा वर्तमान भाव पर एक बार माल खरीदना चाहिए। उधर गैर बासमती चावल में राशन वाले माल मंडियों में वापस आकर बिक रहे हैं, जिससे अभी उसमें तेजी नहीं लग रही है।Maize: no more decrement New Delhi, 01 May (NNS): The arrival pressure of maize reported to be double in the markets of Bihar during the last 4 days, due to which, there, its prices reduced by Rs 50 to Rs 1970/1990 per quintal during the last two days. Maize has been ruling at Rs 2200/2220 per quintal in Khagadiya, Begusarai and Darbhanga line before a week. In Haryana and Punjab reach, it is being traded at Rs 2290/2300 per quintal. Now, huge amount of stock has also been lying in the markets of MP and Rajasthan because the sale reported to be sluggish there is owing to the weak arrival of the stock. It is expected that the prices of maize may reduce by Rs 50 per quintal owing to the higher production in Bihar. Its prices showed downtrend in the same ratio in Haryana nd Punjab reach.
मक्की- और मंदे की संभावना
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) बिहार की मंडियों में मक्की की आवक का दबाव पिछले 4 दिनों से दोगुना हो गया है जिससे वहां भाव मंडियों में दो दिनों में 50 रुपए घटकर 1970/1990 रुपए प्रति कुंतल रह गए हैं। गत एक महीने पहले मक्की के भाव खगड़िया बेगूसराय दरभंगा लाइन में 2200/2220 रु प्रति क्विंटल चल रहे थे। हरियाणा पंजाब पहुंच में 2290/2300 रु का व्यापार हो रहा है। एमपी राजस्थान में पुराने माल का स्टाक फंस गया है, क्योंकि बिहार के माल आने से वहां की बिक्री पूरी तरह ठंडी पड़ गई है। बिहार में उत्पादन अधिक होने से भविष्य में अभी 50 रुपए प्रति क्विंटल की और गिरावट लग रही है। हरियाणा पंजाब पहुंच में भी इसी अनुपात में गिरावट की संभावना बन गई है।
Millet: black marketing in ration
New Delhi, 01 May (NNS): The crop of millet has already arrived in October whose arrivals reported to be over, but the stock which is being distribute by the government in ration, the sellers are selling the stock in open markets before the distribution, due to which, the market showed constant downfall during the last one month. Here, in Mauli Barwala reach, its prices fell down from Rs 2400 to Rs 2300 per quintal. Here, its prices also ruling at Rs 2260/2265 per quintal from godowns. Only the government’s stock has also been selling out constantly. Its demand showed uptrend in the distillery plants rather than the domestic consumption due to its sluggish prices amongst all the food grains. In these circumstances, the prices of maize may again show more uptrend during the coming days.
बाजरा-राशन में कालाबाजारी
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) बाजरे की फसल अक्टूबर माह में आई थी, जो आवक पूरी तरह समाप्त हो गई है, लेकिन राशन में जो बाजरा सरकार दे रही है, वह आम जनता को वितरित किए बिना सरकारी राशन विक्रेता धड़ल्ले से खुले बाजार में बेचने लगे हैं, जिससे बाजार लगातार एक महीने से टूटता जा रहा है। यहां मौली बरवाला पहुंच में 2400 से घटकर 2300 रु प्रति कुंतल रह गया। यहां गोदाम से उठू भाव भी 2260/2265 रु रह गए हैं। केवल सरकारी राशन के माल बिक रहे हैं। चालू सप्ताह में खाद्यान्नों में सबसे सस्ता होने से घरेलू खपत के अलावा डिस्टिलरी प्लांटों में मांग बढ़ गई है, इन परिस्थितियों में बाजरा फिर बढ़ सकता है।
Masoor: should sell the stock New Delhi, 01 May (NNS): The prices of masoro rose by $20/25 per tonne in Canada during the current week, due to which, the prices of unloaded stock at Mundra port is being quoted at the higher level. The stock of desi masoor also being traded at Rs 6175/6220 per quintal owing to the constant buying from the stockists of Rajasthan and MP. Apart from this, the stock of Canada also ruling at Rs 6300/6325 per quintal. Here, in Bilti, desi masoor prices also eased by Rs 25/50 to Rs 6250/6270 per quintal per quintal. The sowing of upcoming crop also seems high and the stock has also been arriving in Mungaoli and Beenaganj line. The stock of Canada also being quoted at the higher level, due to which, the importers are also quoting the prices at the higher level, due to which, the prices showed uptrend, due to which, the prices showed uptrend, but there is no possibility of more uptrend in the prices during the near future.
मसूर-अब माल बेचते रहिए
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) कनाडा में मसूर के भाव चालू सप्ताह के अंतराल 20-25 डॉलर प्रति टन बढ़ गए हैं, जिससे मुंदड़ा पोर्ट पर अब उतरने वाले माल के पड़ते से थोड़ा ऊंचा बोलने लगे हैं। राजस्थान एमपी में स्टाकिस्टों की लिवाली से 6175/6220 रुपए प्रति कुंतल देसी मसूर का व्यापार हो गया है। कनाडा के माल के भाव भी 6300/6325 रुपए बोलने लगे हैं। यहां बिल्टी में देशी 25/50 रुपए घटकर 6250/6270 रुपए प्रति कुंतल रह गए हैं। आगे आई हुई फसल की बिजाई जबरदस्त हुई थी तथा अभी तक मुंगावली बीनागंज लाइन में किसानों के घरों में मसूर आ चुकी है, पिछले दिनों कनाडा में भाव बढ़कर बोलने लगे थे, जिससे आयातक मुंदड़ा में भी तेज बोल दिए, जिस कारण तेजी आ गई है, लेकिन और बढ़ने की गुंजाइश नहीं है।
Urad: prices may increase after some time New Delhi, 01 May (NNS): There is a shortage of the urad stock in the pipeline during the previous week, despite all this, urad FAQ prices also rose from Rs 9525 to Rs 9350 per quintal due to the decrement in the prices in Burma. Its SQ prices also fell down to Rs 9850 per quintal. Now, there is a shortage of the stock in Delhi, Chennai, Kolkata and Mumbai, due to which, there is no possibility of more downtrend in the prices, but it is profitable to purchase the stock at the current level. No new crop of urad will likely to arrive in the near future and there is also a lack of stock in the mills and the consumption of dal dhoya will likely to remain constant, due to this, the market may show uptrend during the coming one or two days.
उड़द-ठहरकर फिर तेजी आएगी
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) गत सप्ताह उड़द का स्टॉक पाइपलाइन में काफी कम होने के बावजूद बर्मा में भाव घट जाने से उड़द एफ ए क्यू के भाव 9525 से बढ़कर 9350 रुपए प्रति कुंतल रह गए हैं। एसक्यू के भाव भी 9850 रुपए प्रति क्विंटल के निचले स्तर पर आ गए हैं। अभी दिल्ली चेन्नई कोलकाता एवं मुंबई में माल नहीं है, जिससे और मंदे की गुंजाइश नहीं है, लेकिन घटे भाव पर उड़द में एक बार खरीद करनी चाहिए। वर्तमान में उड़द की कोई फसल आने वाली नहीं है तथा दाल मिलों में स्टाक नहीं है तथा आगे और दाल धोया की खपत रहने वाली है, इन परिस्थितियों में आगे चलकर बाजार पुन: बढ़ जाएगा।
Moong: selling will be profitable
New Delhi, 01 May (NNS): Presently, the upcountry demand of both moong dal dhoya and chilka seems sluggish during the last 4/5 days. On the other hand, the arrival pressure of new stock of moong reported to be high from MP, around 3/5 kg of the stock also being sold at Rs 8300/8600 per quintal. Here, the stored stock has also been selling out at the higher level due to the strictness of the government. On the other hand, the mills are also selling the stock at the lower level due to the sluggish demand from dal dhoya and chilka. As a result, the market showed heavy downfall. Now, the stock has not been purchase the stock according to the consumption in these prices. Therefore, the prices went down by Rs 500 per quintal at the current level.
मूंग-बिकवाली लाभदायक
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) मूंग में 4-5 दिनों के अंतराल दाल धोया एवं छिलका की चालानी मांग घट गई है। दूसरी ओर मध्य प्रदेश से नई मूंग की आवक का दबाव बढ़ गया है, जो यहां 8300/8600 रुपए प्रति क्विंटल 3 व 5 किलो कंडीशन में बिकने लगी है। इधर सरकार की सख्ती होने से स्टाक के माल भी तेजी से निकलने लगे हैं। वहीं दाल धोया व छिलका की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ जाने से दाल मिलें घटाकर बेचू आने लगी है। फलत: बाजार काफी नीचे आ गए हैं। अब इन भाव में दाल मिलें खपत के अनुरूप ही माल खरीद रही है। अत: वर्तमान भाव पर अभी 500 रुपए की और गिरावट लग रही है।
Tur: lack of stock in the pipeline New Delhi, 01 May (NNS): The arrivals of the farmer’s stock of tur reported to be over from the Maharashtra. Here, around 50 percent of the stock has already been sold out from the markets of MP and Jharkhand after the harvesting and threshing. The prices have been ruling at the higher level from Gulburga and Kali Kothi line because of the higher prices. On the other hand, the crop of tur reported to be good in UP and Bihar and recently, the prices have gone up by $30/35 per tonne in Burma, but the demand from the mills seems sluggish at the higher level because the sale of its dal dali reported to be feeble, due to which, its prices eased by Rs 113 per kg. It is expected that the prices may increase by Rs 4/5 per kg.
तुवर-पाइपलाइन में माल नहीं
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) महाराष्ट्र की तुवर पिछले 10 दिनों से किसानी माल की आवक समाप्त हो चुकी है। इधर एमपी झारखंड में उड़द की कटाई मड़ाई होकर 50 प्रतिशत दाल मिलों में जा चुकी है। गुलबर्गा काली कोठी लाइन से पड़ते नहीं हैं, क्योंकि वही भाव ऊंचे चल रहे हैं। उधर बिहार यूपी में भी तुवर की फसल बढ़िया नहीं है तथा बर्मा में हाल ही में 30-35 डॉलर प्रति टन की तेजी आ गई है, लेकिन यहां बढ़े भाव में दाल मिलों की मांग ठंडी पड़ गई है, क्योंकि दली हुई दाल की बिक्री अनुकूल नहीं है, जिससे बाजार एक रुपए घटकर 113 रुपए प्रति किलो रह गए हैं। आगे दाल की बिक्री निकलने पर इसमें 4/5 रुपए की तेजी आ सकती है।
Gram desi: shortage of the crop
New Delhi, 01 May (NNS): Presently, around 15/16 trucks of gram desi reported to arrive from the markets of Rajasthan and Madhya Pradesh and almost 2/3 trucks of old stock also been arrive on daily basis. Both the sale of gram and its dal does not seems favourable and the arrivals of new stock also started decreasing gradually in the producing markets, due to which, the prices of gram desi gained by Rs 500 per quintal during the previous week, whose prices reduced by Rs 150 to RS 6450/6475 per quintal due to the profit taking selling. The market showed downfall due to the weak availability of the stock from the last two days due to the lack of demand support. The crop of gram desi reported to be weak in Karnataka and Andhra Pradesh, due to which, no new crop will likely to arrive in the near future, due to which, here, its prices gained by Rs 150/200 per quintal during the coming days.
देसी चना-फसल में कमी रहेगी
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) मध्य प्रदेश, राजस्थान की मंडियों से देसी चने की आवक औसतन 15-16 ट्रक एवं राजस्थान के पुराने माल 2-3 ट्रक दैनिक हो रही है। चना एवं इसकी दाल की बिक्री अनुकूल नहीं है तथा उत्पादक मंडियों में धीरे-धीरे नये माल की आवक घटने लगी है, जिससे देसी चना पिछले सप्ताह 500 रुपए प्रति कुंतल बढ़ गया था, जो मुनाफा वसूली बिकवाली से 150 रुपए घटकर 6450/6475 रुपए रह गया है। दाल में भी में ग्राहकी का समर्थन दो दिन से कम मिलने से बाजार घट गया है। महाराष्ट्र कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश में भी देसी चने की फसल काफी कम हुई है, जिससे अभी निकट में देसी चने में यहां से 150/200 रुपए की बढ़त बन सकती है।
Rajma chitra: shortage of demand New Delhi, 01 May (NNS): The import prices of rajma chitra reported to be at higher level in China and Brazil, but in Mumbai, its prices held stable at Rs 122/125 per kg during the last three days owing to the lack of demand at the higher level. The stock of Brazil is being traded at Rs 124/126 per kg as quality wise. The reality is that the new and old stock of ganna has also been selling at the lower level and the new stock of rajma chitra also started arriving from Maharashtra, whose quality seems good, due to this reason, the trade should not be done at the higher level during the coming days.
राजमां चित्रा-फिलहाल ग्राहकी की कमी
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) चीन एवं ब्राजील में राजमां चित्रा के आयात पड़ते महंगे जरूर हो गए हैं, लेकिन ऊंचे भाव में राजमां चित्रा की पकड़ नहीं होने से मुंबई में 122/125 रुपए प्रति किलो पर पिछले 3 दिनों से ठहराव बना हुआ है। ब्राजील के माल भी क्वालिटी के अनुसार 124/126 रुपए के बीच वहां बिक रहे हैं। वास्तविकता यह है कि गन्ना नया पुराना माल मंदा बिक रहा है तथा महाराष्ट्र से नया माल भी आने लगा है, जिसकी क्वालिटी बहुत बढ़िया आई है। यही कारण है कि राजमां चित्रा में अभी तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए।
Gram kabuli: will likely to remain sluggish for some days
New Delhi, 01 May (NNS): The traders are selling the stock of gram kabuli at the lower level due to the increased arrivals from Gujarat and Maharashtra. Here, the stock of Maharashtra also being traded at Rs 84/87 per kg as quality wise. The reality is that around 30 lakh metric tonnes of gram kabuli reported to be produce. Now, it is profitable to sell the stock at the current level because the prices of gram kabuli have been ruling at the lower level, due to which, the export will likely to remain weak. In Mexico, it is being traded at Rs 102/103 per kg.
काबुली चना-कुछ दिन बाजार सुस्त रहेगा
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) गत सप्ताह गुजरात महाराष्ट्र से आवक बढ़ने से काबुली चने की बिक्री घटाकर कारोबारी करने लगे हैं। यहां क्वालिटी अनुसार महाराष्ट्र के माल 84/87 रुपए प्रति शकिलो के बीच बिक रहे हैं। वास्तविकता यह है की काबुली चने का उत्पादन इस बार 30 लाख मीट्रिक टन हुआ है। अब वर्तमान भाव में माल भी बेचते रहना चाहिए, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में काबुली चने के नीचे भाव चल रहे हैं, जिससे आगे चलकर निर्यात की संभावना और कम है। मैक्सिको बाजार में 102/103 रुपए प्रति किलो के बीच बिक रहे हैं।
Pea: trade will be profitable
New Delhi, 01 May (NNS): This year, the production of pea reported to be good in MP, Chhattisgarh, UP, Bihar and Jharkhand along with all the states. Apart from this, huge amount of stock has also been imported by the government and there is no possibility of long uptrend in the prices after the ongoing deals, but the prices may not show more downtrend. Presently, the white pea is being traded at Rs 3900/4000 per quintal and the filtered stock also ruling at Rs 4400/4600 per quintal respectively at the current level, now, there is no possibility of more downtrend in the prices. Here also, the pea which was being sold at Rs 4700/4800 per quintal, it is profitable to purchase the stock at the current level.
मटर-व्यापार लाभदायक रहेगा
नई दिल्ली, 1 मई (एनएनएस) यद्यपि मटर का उत्पादन इस बार मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ यूपी बिहार झारखंड सभी राज्यों में बढ़िया हुआ है। इसके अलावा सरकार द्वारा भी भारी मात्रा में आयात किया गया है तथा और भी सौदे हो रहे हैं जिससे लंबी तेजी की धारणा तो समाप्त हो गई है लेकिन वर्तमान भाव पर अब घटने की गुंजाइश नहीं है। वर्तमान में जो मटर सफेद मंडियों में 3900/4000 रुपए एवं छने हुए माल 4400/4600 रुपए प्रति कुंतल बिक रहे हैं, उसमें घटने की गुंजाइश नहीं है। यहां भी जो मटर 4700/4800 रुपए बिक रही है, इन भावों में माल खरीदना चाहिये।