New Delhi, 28 November (NNS): The traders are doing profit taking selling after the heavy uptrend in the prices during the previous days, due to which, the prices fell down by Rs 175/180 per quintal, after this, here, the prices of wheat mill quality went up by Rs 50/60 to Rs 3080/3090 per quintal due to the increased demand at the lower level. The prices of flour, maida and suji showed strong trend in the mills. The reality is that the supply of the stock seems feeble in the producing markets and the government will not sell the stock at the open markets, due to this, it is expected that the market may show uptrend. Therefore, it is profitable to purchase the stock at the current level. The government will not sell the stock in the open markets and the prices may not show more downfall during the coming days.
गेहूं-वर्तमान में खरीदिए
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) गेहूं में पिछले दिनों की आई भारी तेजी के बाद मुनाफा वसूली बिकवाली आ गई है, जिससे एक पखवाड़े में 175/180 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ गई थी, उसके बाद नीचे वाले भाव में ग्राहकी के निकलने से 50-60 रुपए बढ़कर यहां मिल क्वालिटी गेहूं के भाव 3080/3090 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं। आटा मैदा सूजी के भाव भी मिलों ने कुछ फिर से मजबूत कर दिया है। वास्तविकता यह है कि उत्पादक मंडियों में आपूर्ति नहीं हो रही है तथा सरकार अभी खुले बाजार में गेहूं बेचने के पक्ष में नहीं है, इसलिए अब और बाजार बढ़ जाएंगे। अत: इन भाव में एक बार फिर माल खरीदना चाहिए। जब तक सरकार खुले बाजार में गेहूं की बिक्री नहीं करेगी, तब तक इसमें स्थाई मंदा नहीं लग रहा है।
Fine rice: possibility to increase intermittently
New Delhi, 28 November (NNS): The prices of fine rice showed uptrend in the season during the previous year, after this, there is a situation of fear amongst the traders due to the downfall in the rice industry during the whole week, due to this reason, there is a lack of trust in the traders after the uptrend in the prices during the previous days, due to this reason, the market may not show more uptrend, due to this reason, the export seems unfavourable. The milling prices of paddy also ruling at the higher level from the rice mills and most of the traders are doing the trade constantly, due to this reason, there is a lack of stored stock in the markets, in these circumstances, the market of all varieties of basmati may show uptrend. Along with this, the prices of bold stock may not show more downfall during the coming days.
बारीक चावल- धीरे-धीरे तेजी के आसार
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) गत वर्ष की सीजन में आई तेजी के बाद पूरे वर्ष चावल उद्योग में गिरावट चलने से अधिकतर कारोबारी के मन में दहशत बना हुआ है, इस वजह से पिछले दिनों की आई तेजी के बाद भी कारोबारी में विश्वास की कमी है। यही कारण है कि रुक-रुक कर बाजार उठ नहीं पा रहा है, इसलिए निर्यात अनुकूल नहीं हो रहा है। धान के भाव से राइस मिलों को मिलिंग पड़ता महंगा लग रहा है तथा अधिकतर कारोबारी इस बार मजूरी का काम कर रहे हैं, जिस कारण स्टॉक में ज्यादा माल नहीं है, इन परिस्थितियों में वर्तमान भाव के सभी तरह के बासमती चावल में आगे चलकर बाजार बढ़ जाएगा। इसके साथ-साथ मोटे चावल में भी मंदे की गुंजाइश नहीं है।
Maize: uptrend during the near future
New Delhi, 28 November (NNS): The arrival pressure of maize showed uptrend in the markets of Maharashtra, Rajasthan and MP, despite all this, the market seems high due to the constant buying from the ethanol companies, starch mills and the stockists. In Haryana and Punjab reach, the best quality maize also ruling at Rs 2670/2700 per quintal. The inferior quality stock also ruling at Rs 2550/2575 per quintal. There is a shortage of the stock in all the markets rather than MP and Rajasthan. Apart from this, there is no long uptrend in the prices, due to this, the market may show uptrend. It is profitable to trade at the current level during the near future.
मक्की-भविष्य में भारी तेजी संभव
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) मध्य प्रदेश राजस्थान एवं महाराष्ट्र की मंडियों में नई मक्की का दबाव बढ़ने के बावजूद लगातार स्टॉकिस्टों,स्टार्च मिलों एवं एथेनॉल कंपनियों की लिवाली चलने से बाजार काफी बढ़ गया है। हरियाणा पंजाब पहुंच में बढ़िया मक्की 2670/2700 रुपए प्रति कुंतल बिक गई है। हल्के माल 2550/2575 रुपए तक पहुंच में बिक रहे हैं। एमपी राजस्थान के अलावा और किसी भी राज्य में मक्की का स्टॉक नहीं है तथा इसके बाद अन्य फसलें आने में लंबा समय बाकी है, इसलिए बाजार तेज ही रहेगा। भविष्य में मक्की का स्टॉक भरपूर लाभदायक रहेगा।
Millet: profitable to trade at the current level
New Delhi, 28 November (NNS): The production of millet reported to be good in all the producing markets including UP, Haryana, Rajasthan and MP, despite all this, around 22/23 percent of the foodgrains has also been selling out constantly rather than the distillery plants. In Haryana and Punjab reach, the millet of Rajasthan also being sold at Rs 2670/2680 per quintal and the dry stock also ruling at Rs 2450/2460 per quintal and its demand reported to be constant. Therefore, it is profitable trade the stock at the current level.
बाजरा-वर्तमान भाव का लाभ देगा
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) हम मानते हैं कि बाजरे का उत्पादन यूपी हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश सभी उत्पादक राज्यों में बहुत बढ़िया हुआ है, इन सब के बावजूद भी डिस्टीलरी प्लांटों के अलावा खाद्यान्न में 22-23 प्रतिशत अतिरिक्त खपत से जो माल मंडियों में आ रहा है, वहां बिकता जा रहा है। हरियाणा पंजाब पहुंच में राजस्थान का बाजरा 2670/2680 रुपए प्रति कुंतल बिक रहा है तथा मंडियों में 2450/2460 रुपए सूखे माल का व्यापार हो रहा है, उसकी मांग लगातार बनी हुई है। अत: इन भावों में बाजरा आगे चलकर भरपूर लाभ पर जाएगा।
Masoor: no possibility of more downtrend
New Delhi, 28 November (NNS): The new crop of masoor will likely to arrive after 4 months. The sowing of the crop reported to be normal in Mungaoli, Ganj basauda, Saagar and Bhopal line. The sowing of the crop dropped down from 35000/40000 hectare in the producing areas of Rajasthan. Here, the market showed downfall from the upper level due to the constant downfall of the Canada’s stock during the previous week at the Mundra port, but it is profitable to trade at the current level. Presently, the prices of masoor bilti also show uptrend. In Canada, the exporters are not selling their stock, in these circumstances, it is profitable to trade the stock at the current level.
मसूर-मंदे की गुंजाइश नहीं
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) मसूर की नई फसल आने में अभी पूरा 4 महीने का समय बाकी है। मुंगावली गंज बासौदा सागर एवं भोपाल लाइन में बिजाई सामान्य हुई है, राजस्थान के उत्पादक क्षेत्रों में 35-40 हजार हेक्टेयर कम बिजाई सुनने में आ रही है। इधर कनाडा के माल मुंदड़ा बंदरगाह पर पिछले सप्ताह तक लगातार उतरने से ऊपर के भाव से बाजार नीचे जरूर आ गया है, लेकिन अब इन भावों में एक बार व्यापार करना लाभदायक होगा। वर्तमान भाव की बिल्टी में मसूर भी आगे चलकर बढ़ जाएगी। कनाडा में वहां के निर्यातक घटाकर बिकवाल नहीं है, इन सारी परिस्थितियों में मसूर का व्यापार लाभदायक लग रहा है।
Urad: no possibility to decrease
New Delhi, 28 November (NNS): There is a shortage of the stock in all the markets. Here, the stock of Saharanpur line also been selling out constantly, due to this reason, the prices of urad Rangoon FAQ and SQ fluctuates by Rs 2 per kg. Here, urad SQ and FAQ also being sold at Rs 95 and Rs 84 per kg respectively, whereas, desi stock also ruling at Rs 76/78 per kg. Most of the stock is being available at the reasonable prices, due to which, the traders are doing constant milling and the quality of the seeds also seems weak, due to this reason, the market has likely to remain under pressure due to the lack of Rangoon stock, but the stock has not been available illegally, due to this reason, the Rangoon stock showed uptrend due to the selling of the desi stock after 10 days.
उड़द-ज्यादा घटना संभव नहीं
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) उड़द का स्टाक किसी भी मंडी में नहीं है। पिछले महीने से सहारनपुर लाइन का माल यहां आ रहा है, जो सस्ता बिक रहा है। यही वजह है कि रंगूनी एफ ए क्यू एवं एस क्यू एक-दो रुपए प्रति किलो एक सप्ताह से ऊपर नीचे चल रहे हैं। यहां उड़द एसक्यू 95 एवं एफ ए क्यू की 84 रुपए प्रति किलो बिक रही है, जबकि देसी माल 76/78 रुपए लोकल में बिक रहे हैं। अधिकतर दाल मिलों को देसी माल पड़ते में मिल रहा है, जिससे मिलिंग कर रहे हैं, दाने भी बढ़िया है, जिस कारण रंगूनी माल का स्टाक न होने से बाजार दबा हुआ है, लेकिन पीछे से माल नहीं मिल रहा है, इसलिए 10 दिन बाद देसी माल निपटने के रंगूनी माल भी तेज हो जाएंगे।
Moong: should purchase at the current level
New Delhi, 28 November (NNS): The crop of moong reported to be high in Rajasthan. Both the quality and the production also seems good in Maharashtra and Karnataka, due to this reason, the prices of moong showed downfall from the upper level. Presently, the average quality stock of moong also being sold at Rs 7000/7300 per quintal and selected stock also ruling at Rs 7600 per quintal. The inferior quality stock also ruling at Rs 5800/6500 per quintal. Now, the prices showed downfall and the both the local and the upcountry demand of its dal and chilka has also been started increasing constantly. Its consumption may increase from January and the other crop will likely to arrive after 7 months, in these circumstances, there is no possibility of more downtrend in the prices at the current level.
मूंग-इन भावों में खरीदिए
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) राजस्थान में मूंग की फसल बंपर है, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में भी उत्पादन एवं क्वालिटी दोनों ही बढ़िया आई है, जिस कारण ऊपर के भाव से मूंग में भारी गिरावट आ चुकी है। वर्तमान में एवरेज क्वालिटी की मूंग 7000/7300 रुपए बिक रही है तथा सिलेक्टेड माल 7600 रुपए तक बोल रहे हैं। नीचे वाले माल 5800/6500 रुपए प्रति कुंतल के बीच चल रहे हैं, अब ये नीचे वाले भाव बन चुके हैं तथा दाल धोया एवं छिलका की लोकल एवं चालानी मांग निकलने लगी है। जनवरी से इसकी खपत बढ़ जाती है तथा दूसरी फसल आने में अभी 7 महीने का समय बाकी है, इन परिस्थितियों को देखते हुए वर्तमान भाव की मूंग में और घटने की गुंजाइश नहीं है।
Tur: possibility to increase
New Delhi, 28 November (NNS): The prices of tur have been ruling at the higher level in Rangoon, due to this, in Chennai, the import deals seems weak during the last one month, due to this reason, there is a shortage of the stock. In Chennai, tur price also being sold at Rs 78 per kg in the delivery shipments of January and February, after this, there is a lack of spot stock, due to this reason, it is being quoted at Rs 81 per kg. Here also, the mills are not purchasing the stock at the current level due to the fear and the stockists are also selling out their stock constantly. The price of Sudan, Nigeria and Mojambik’s stock showed constant fluctuations during the previous days. Now, the market remained stable at Rs 101 per kg and the prices may show heavy downfall, due to this, there is no downfall in the prices. It is expected that the market may increase by Rs 3/4 per kg during the coming days.
तुवर-फिर तेजी की उम्मीद
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) रंगून में तुवर के ऊंचे भाव होने से चेन्नई में पिछले एक माह के अंतराल आयात सौदे कम हुए थे, जिस कारण वहां स्टाक ज्यादा नहीं है। चेन्नई से जनवरी-फरवरी शिपमेंट डिलीवरी में चेन्नई में तुवर 78 रुपए प्रति किलो तक बिक गयी थी, उसके भाव अब हाजिर माल की कमी से 81 रुपए बोलने लगे हैं। यहां भी इस दहशत में दाल मिलें माल मांगने से पीछे हट गईं तथा स्टॉकिस्ट अपना माल काटने लगे हैं। पिछले दिनों इसी तरह सूडान एवं नाइजीरिया मोजांबिक के माल में भी अफरातफरी मचा दिया था। अब बाजार यहां 101 रुपए प्रति किलो पर आकर ठहर गया है अब यह भाव भी नीचे वाले लग रहे हैं इसलिए मंडे को विराम लग रहा है। आगे चलकर तीन-चार रुपए किलो की और तेजी लग रही है।
Gram desi: no possibility to decrease
New Delhi, 28 November (NNS): The prices of gram desi of Karnataka fell down from 6.82 to 6.35 lakh hectares after Rajasthan, Maharashtra and Gujarat. Similarly, the all-round sowing also reported to be weak and the season of sowing will likely to be over soon. There is a fear of import from Australia, but the upcoming crop will likely to be weak, due to this reason, the prices of gram Rajasthan at Lawrence Road also being quoted at Rs 6800 per quintal, but now, it is ruling at Rs 7100 per quintal. It is expected that the market may decrease during the near future, then it is profitable to purchase the stock at the current level because there, the market showed constant uptrend.
देसी चना-घटने की गुंजाइश नहीं
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) राजस्थान महाराष्ट्र एवं गुजरात के बाद अब कर्नाटक में भी 6.82 से घटकर 6.35 लाख हैक्टेयर भूमि में हुई है, इस तरह चौतरफा बिजाई की रिपोर्ट अभी तक कम ही आ रही है तथा चने की बिजाई का सीजन समाप्त हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया के चने से आयात का दहशत जरूर बना हुआ है, लेकिन आने वाली फसल भी इस बार कम बैठने का अनुमान है, जिस कारण 6800 रुपए प्रति कुंटल का जो राजस्थानी चना लारेंस रोड पर सोमवार को नीचे में बोलने लगे थे, अब 7100 रु प्रति कुंतल हो गए हैं। आगे चलकर एक परसेंट बाजार घटता भी है, तो माल खरीदना चाहिए, क्योंकि कि यहां से बाजार तेज लग रहा है।
Rajma chitra: temporary uptrend
New Delhi, 28 November (NNS): The domestic and the China’s stock have been ruling in the rajpal area. Here, the China’s stock also being quoted at Rs 107/108 per kg due to the shortage of the imported stock and in Mumbai, it is ruling at Rs 104/105 per kg whose prices showed uptrend from the lower level, due to this reason, the market may not show heavy downfall, but the quality of the crop seems good in the Barsi line, due to this, the stockists are not purchasing the stock at the current level because the prices showed downfall after 15th December.
राजमां चित्रा-वर्तमान में टेंपरेरी तेजी
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) राजपाल क्षेत्र में घरेलू एवं चीन की फसल चल रही है चीन के माल यहां अभी विदेशी माल की कमी से नीचे के भाग से बढ़कर 107/108 रुपए प्रति किलो बोल रहे हैं तथा मुंबई में भी 104/105 रुपए पर पहुंच गया है, जो नीचे के भाव से काफी तेज है। इस वजह से अभी कुछ दिन मंदा नहीं लग रहा है, लेकिन बारसी लाइन में फसल बहुत बढ़िया है, इसलिए स्टॉकिस्ट इन भाव में माल नहीं खरीद रहे हैं, क्योंकि 15 दिसंबर के बाद से भरपूर मंदा लग रहा है।
Gram kabuli: possibility to improve
New Delhi, 28 November (NNS): Presently, huge amount of gram Kabuli stock has been lying in the producing markets. In Delhi, the stock of August has been lying in the markets at the higher level, but its sale seems weak and the stock of Karnataka also selling at the sluggish prices. Here, the average quality stock also being traded at Rs 90/94 per kg, due to which, the stock of Maharashtra showed downfall. Now, the crop of gram kabuli has already been arrived in the international markets, there, the stock is being available at the reasonable prices, due to which, the domestic export showed sluggish trend. Therefore, there is no possibility of long uptrend, but the market may improve from here.
काबुली चना- सुधरने की संभावना
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) काबुली चने का स्टॉक उत्पादक मंडियों में पड़ा हुआ है, दिल्ली में भी माल ऊंचे भाव के अगस्त महीने की आई तेजी वाला स्टॉक में लगा है, उस हिसाब से बिक्री नहीं है तथा कर्नाटक के माल बहुत सस्ते यहां बिकने लगे हैं। यहां एवरेज क्वालिटी का माल 90-94 रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं, जिससे महाराष्ट्र के माल भी नीचे आ गए हैं। अभी विदेशों में काबली चने की फसल आ चुकी है, वहां का माल भी सस्ता पड़ते का मिल रहा है, जिससे घरेलू निर्यात ठप पड़ गया है। अत: लंबी तेजी तो नहीं है, लेकिन यहां से बाजार सुधर सकते हैं।
Pea: no possibility to decrease
New Delhi, 28 November (NNS): The new crop of pea will likely to arrive in February, but huge amount of Canada’s stock has been stuck in the markets of North India. On the other hand, the traders are also storing the stock at the current level and they are also waiting for the prices to go up, due to this reason, the market may not show heavy uptrend. It is also true that the market may improve during the last some days, but the prices may not show uptrend because of the weak demand at the current level. Now, it is expected that the may increase due to the arrivals of the domestic crop.
मटर-अब घटने की गुंजाइश नहीं
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (एनएनएस) मटर की नई फसल फरवरी में आएगी, लेकिन कनाडा की मटर भारी मात्रा में बंदरगाहों से लेकर उत्तर भारत की मंडियों में फंसी हुई है। दूसरी एक महत्वपूर्ण बात यह है कि तेजी मंदी का व्यापार करने वाले कारोबारी भी स्टॉक कर चुके हैं तथा भाव बढ़ने के इंतजार में बैठे हुए हैं। इस वजह से बाजार बढ़ नहीं पा रहा है। हम मानते हैं कि पिछले भाव से कुछ बाजार सुधार पर जरूर है, लेकिन इन भावों में ग्राहकी नहीं होने से अभी तेजी भी नहीं लग रही है। अब आगे चलकर घरेलू फसल आने पर ही बाजार बढ़ सकते हैं।