New Delhi, 21 May (NNS): This year, wheat has been sown in around 324 lakh hectares which is 14 lakh hectares higher than the previous year. The weather seems favourable for the wheat, due to which, the government has expected around 1121 lakh metric tonnes of the production during the current year, but the market has remained under pressure in the all the producing areas along with UP, Haryana, Punjab and Rajasthan. Here, the prices of wheat mill quality remained stable at Rs 2470/2475 per quintal. There is no possibility of more decrement in the prices at the current level because the buying of wheat seems constant in all the producing states.

गेहूं -निकट में ज्यादा तेजी नहीं

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) गेहूं के बिजाई इस बार 324 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो गत वर्ष की अपेक्षा 14 लाख हेक्टेयर अधिक हुई थी।  मौसम भी गेहूं के लिए अनुकूल रहा है, जिससे सरकारी उत्पादन अनुमान 1121 लाख मीट्रिक टन होने का आ रहा है। यूपी हरियाणा पंजाब राजस्थान सहित सभी उत्पादक राज्यों में गेहूं का दबाव बढ़ गया है, लेकिन गैर सरकारी खरीद चलने के बावजूद प्राइवेट सेक्टर की मांग कमजोर पड़ने से बाजार दबा हुआ है। यहां मिल क्वालिटी गेहूं 2470/2475 रुपए पर टिका हुआ है। वर्तमान भाव में अभी घटने की भी गुंजाइश नहीं है, क्योंकि सरकार युद्ध स्तर पर सभी उत्पादक राज्यों में गेहूं की खरीद कर रही है।

Rice: no possibility to decrease

New Delhi, 21 May (NNS): The supply of all varieties of paddy showed downtrend in all the producing markets, despite all this, there is a lack of demand in the domestic markets. Now, the exporters started doing enquiry at the lower level after the decrement in the prices during the previous days, due to which, the market remained stable at the same level after the heavy downtrend in the prices. Now, rice sela 1509 held firm at Rs 6200/6300 per quintal. Apart from this, the prices of rice 1718 and 1401 fell down by Rs 100/150 per quintal, but there is no possibility of more downtrend in the prices during the coming days.

चावल-ज्यादा घटने की गुंजाइश नहीं

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) यद्यपि उत्पादक मंडियों में सभी तरह के बासमती प्रजाति के धान की आपूर्ति घट गई है, इन सब के बावजूद भी इस समय डॉमेस्टिक मार्केट में ग्राहकी का पूरी तरह अभाव बना हुआ है। पिछले दिनों की आई गिरावट के बाद निर्यातक नीचे वाले भाव में पूछ परख करने लगे हैं, जिससे बाजार भारी मंदे के बाद ठहर गया है। चावल 1509 सेला के 6200/6300 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं। इसके अलावा चावल 1718 एवं 1401 में भी 100/150 रुपए की गिरावट आ गई है, लेकिन वर्तमान भाव में अब और घटने की उम्मीद नहीं है।

Maize: should purchase at the current level

New Delhi, 21 May (NNS): The arrival pressure of maize showed uptrend in the markets of Bihar during the last one week, but the market gained by Rs 50 to Rs 2150/2160 per quintal due to the constant competitive buying the rackers. In godown reach, it is being traded at Rs 2160/2180 per quintal and in Haryana and Punjab reach, it is ruling at Rs 2420/2425 per quintal. The crop of maize has been reported to be good, due to this reason, the prices may not show long uptrend in the prices, but it is profitable to purchase the stock at the current level.

मक्की- वर्तमान भाव में खरीदिए

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) मक्की में गत सप्ताह के अन्तराल बिहार की मंडियों में मक्की की आवक का दबाव बढ़ गया है, लेकिन प्रतिस्पर्धात्मक रैक वालों की खरीद चलने से बाजार 50 रुपए बढ़ कर 2150/2160 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं। गोदाम पहुंच में मक्की 2160/2180 रुपए वहां बिक रही है तथा हरियाणा पंजाब पहुंच में 2420/2425 रुपए का व्यापार होने लगा है। मक्की की आई हुई फसल बहुत बढ़िया है, जिस कारण अभी लंबी तेजी तो नहीं आएगी, लेकिन वर्तमान भाव में माल खरीदने रहना चाहिए।

Millet: possibility to increase

New Delhi, 21 May (NNS): No new crop of millet will likely to arrive in the near future. Almost 70 percent of the stock of previous September and October has already been sold out in the markets and the new crop will likely to arrive after 5 months. On the other hand, the illegal stock has also been selling out rapidly in the markets, due to which, the market may again show uptrend owing to the shortage of the stock. In Mauli Barwala reach, it is being traded at Rs 2345/2350 per quintal. Here, it is ruling at Rs 2300 per quintal from the godowns and it is expected that the market may increase during the coming days.

बाजरा-और बढ़ने की उम्मीद

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) बाजरे की निकट भविष्य में कोई फसल आने वाली नहीं है। पिछले सितंबर-अक्टूबर में आई हुई फसल 70 प्रतिशत निपट चुकी है तथा नई फसल आने में अभी 5 महीने का समय बाकी है। दूसरी ओर जो हेरा फेरी का बाजरा आ रहा था, वह अब मंडियों में कम आ रहा है, जिससे शॉर्टेज के चलते बाजार दोबारा बढ़ने लगा है। मौली बरवाला पहुंच में 2345/2350 रुपए प्रति क्विंटल का व्यापार हो गया है। यहां गोदाम से उठू में भी 2300 रुपए का व्यापार हो गया है तथा अभी आगे और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं।

Masoor: sluggish arrivals in the markets

New Delhi, 21 May (NNS): The new crop of masoor has been started arriving from the last three months. This year, the sowing of the crop seems good in Mungaoli, Ganj Basauda, Saagar, Bhopal and Beenaganj line, but the stock should have to import on seeing the consumption. The production of pulses seems weak in the Indian ports and the big companies are quoting the imported stock at the higher level on seeing the lack of stock, due to this reason, in Bilti, masoor is being traded at Rs 6550/6575 per quintal. The masoor of Canada also being quoted at Rs 6350/6375 per quintal. The prices may show more uptrend on seeing the demand from the mills and arrivals in the markets. Presently, most of the mills are purchasing the stock according to their needs, but the demand of the raw material showed uptrend due to the constant buying of Chanti from the eastern parts of the country, in these circumstances, the market may show uptrend intermittently.

मसूर-मंडियों में आवक घटी

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) मसूर की फसल तीन महीने से आ रही है। इस बार मुंगावली गंज बासौदा सागर भोपाल बीनागंज लाइन में मसूर की बिजाई अच्छी हुई है, लेकिन खपत की दृष्टि से आयात का सहारा ही लेना पड़ेगा। भारतीय बाजारों में दलहनों का उत्पादन कम होने तथा स्टॉक में भी कमी को देखकर बड़ी कंपनियां विदेशी माल के भाव को बढ़ाकर बोलने लगी है। यही कारण है कि बिल्टी में मसूर 6550/6575 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई है। कनाडा की मसूर भी 6350/6375 रुपए बोल रही हैं। मंडियों में आवक एवं दाल मिलों की पकड़ को देखते हुए अभी और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं। उत्पादन में वृद्धि को देखकर अधिकतर दाल मील जरूरत के अनुसार ही माल खरीद कर रहे हैं लेकिन पूर्वी भारत की छांटी में लिवाली चलने से कच्चे माल की मांग बढ़ गई है, इन परिस्थितियों में रुक-रुक कर बाजार तेज लग रहा है।

Urad: shortage of spot stock

New Delhi, 21 May (NNS): Here, the traders are not trading the stock of urad at the lower level due to the weak selling from the importers of Chennai, due to which, the mills of North India are also buying the stock constantly, due to this reason, here, urad SQ rose by Rs 100 to Rs 10100 per quintal. In Chennai, its prices held stable at Rs 9700 per quintal. Therefore, the market may show uptrend from here. Here, urad FAQ also ruling at Rs 9500 per quintal. It is expected that the market may gain by Rs 200 per quintal owing to the unfavourable sale of its dal, but the trade should not be done at the higher level. No new crop of urad will likely to arrive in the near future, but the eyes of the government have been stuck over the market, due to this, it is profitable to take profit at the current level.

उड़द-अभी हाजिर माल की कमी

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) चेन्नई से आयातकों की बिकवाली कमजोर पड़ने से यहां कारोबारी घटाकर उड़द का व्यापार करने नहीं कर रहे हैं, जिससे उत्तर भारत की दाल मिलें भी लिवाली करने लगी हैं। यही कारण है कि दो दिनों में यहां एसक्यू उड़द 10100 रुपए पर 100 रुपए बढ़ गयी है। चेन्नई में 9700 रुपए का भाव है। अत:  यहां से बाजार फिर  तेज लग रहा है। उड़द यहां एफ ए क्यू के भाव 9500 रुपए हो गए हैं। दाल की बिक्री अनुकूल  होने से बाजार 200 रुपए फिर बढ़ सकते हैं, लेकिन ज्यादा तेजी का व्यापार भी नहीं करना चाहिए। उत्तर भारत में उड़द की निकट में कोई नई फसल आने वाली नहीं है, लेकिन सरकार की निगाहें बाजार पर टिकी हुई है, इसलिए रखकर मुनाफा लेते रहना चाहिए।

Moong: no downtrend in the near future

New Delhi, 21 May (NNS): The crop of moong has been started arriving from MP. Apart from this, its new crop has also been started arriving from Orissa and Bengal. This stock has also been started arriving at the reasonable prices, due to which, the prices fell down by Rs 1000 per quintal during the last fortnight. Now, the all-round demand showed improved demand from the mills at the lower level, due to which, the prices rose by Rs 200 per quintal and there is no possibility of more downtrend in the prices. Presently, it is profitable to sell the stock at the current level. Here, its prices held stable at Rs 8000/8600 per quintal and the old stock of Rajasthan has also been started arriving. Therefore, it is profitable to purchase the stock at the current level.

मूंग-निकट में मंदा नहीं

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) मूंग एमपी की फसल आने लगी है। इसके अलावा उड़ीसा एवं बंगाल की भी फसल भी एक महीने से आ रही है। वह भी पड़ते में यहां आने लगी है, जिससे एक पखवाड़े के अंतराल 1000 रुपए प्रति क्विंटल की क्वालिटी अनुसार में गिरावट आ गई थी। अब नीचे वाले भाव में दाल मिलों की चौतरफा मांग सुधरने लगी है, जिससे बीते सप्ताह के अंतराल 200 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा हो गया है तथा यहां से अब ज्यादा घटने के गुंजाइश नहीं है वर्तमान भाव पर व्यापार करते रहना चाहिए। यहां उक्त तीनों राज्यों के भाव 8000/8600 रुपए प्रति कुंतल के बीच बिक रही है तथा राजस्थान की पुरानी मूंग भी आ रही है। अत: वर्तमान भाव पर जरूरत के अनुसार मूंग की खरीद करनी चाहिए।

Tur: uptrend intermittently

New Delhi, 21 May (NNS): The new crop of tur gets affected in Maharashtra, due to this reason, there, the arrival of the crop slipped by 50 percent. Apart from this, the markets of West Bengal, Jharkhand and Bihar have been ruling at the higher level due to the sluggish arrivals in the stock in Palamu, Daltenganj Nagar and Utari line. On the other hand, the stock of Neemach line has been available to the mills of Katni line for milling during the last 6 month , but this year, the crop seems weak . On the other hand, the import prices have been ruling at the higher level from Rangoon, due to this reason, lemon tur is being sold at Rs 119 per kg and the prices may gain by Rs 5 per kg during the coming days.

तुवर-रुक-रुक कर और तेजी

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) महाराष्ट्र में तुवर की फसल को भारी नुकसान हुआ था, जिस कारण वहां फसल 50 प्रतिशत कम आई है। इसके अलावा पलामू डालटनगंज नगर उटारी लाइन में भी फसल कम आने से पश्चिम बंगाल, झारखंड एवं बिहार की मंडियां तेज चल रही हैं। दूसरी ओर कटनी लाइन की दाल मिलों को 6 महीने तक मिलिंग के लिए नीमच लाइन का माल मिलता था, जो इस बार वहां भी फसल कम है। दूसरी ओर रंगून में ऊंचे भाव होने से आयात महंगा हो गया है, जिस कारण 119 रुपए प्रति किलो ऊपर में लेमन तुवर बिक गई तथा इसमें और 5 रुपए बढ़ने की संभावना है।

Gram desi: will likely to remain high

New Delhi, 21 May (NNS): The crop of gram desi does not seems favourable and also a lack of stock in the pipeline, due to this reason, the stock of gram desi has not been available to the mills. On the other hand, the all-round stockists are constantly buying the stock on seeing the weak production, due to this reason, its prices rose by Rs 75 to Rs 6850/6875 per quintal during the last two days. Presently, there is no possibility of more uptrend in the prices at the current level.

देसी चना-अभी तेजी कायम रहेगी

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) देसी चने की फसल आई हुई फसल अनुकूल नहीं है एवं पाइप लाइन में माल भी नहीं है, जिस कारण दाल मिलों को देसी चना नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर उत्पादन में कमी को देखते हुए चौतरफा स्टॉकिस्ट लिवाली करने लगे हैं, जिस कारण इसके भाव दो दिन में 75 रुपए बढ़कर 6940/6950 रुपए प्रति कुंतल हो गए हैं। वर्तमान भाव में अभी भी और बढ़ने की संभावना है।

Rajma chitra: higher import prices

New Delhi, 21 May (NNS): The crop of rajma chitra of Maharashtra reported to be good, but the disco stock of Bihar has already been sold out in the markets and the stock has not  been available at the lower level from the international markets, due to this reason, the prices of China and Brazil improved by Rs 4/5 to Rs 125/130 per kg during the last week due to the increased demand from the prickers at the lower level. Now, the prices showed heavy uptrend because in Mumbai, the stock of inferior quality has already been sold out in the markets. Presently, the Bhutan stock of Barsi line also went up from Rs 93/97 to Rs 98/105 per kg. Therefore, the prices may increase intermittently.

राजमां चित्रा-आयात पड़ता महंगा

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) महाराष्ट्र में आई हुई राजमां चित्रा की फसल बढ़िया थी, लेकिन बिहार का डिस्को आकर निपट गया है तथा विदेश से मंदे पड़ते का मिल नहीं मिल रहा है, जिससे नीचे वाले भाव में चुगाई वालों की मांग जोर पकड़ने से गत सप्ताह के अंतराल 4/5 रुपए की  लिए चीन एवं ब्राजील के भाव 125/130 रुपए प्रति किलो हो गए हैं। अब फिर वर्तमान भाव में तेज लग रहा है क्योंकि मुंबई में उतरे हुए हल्के माल थे, वह लगभग निपट चुके हैं। वर्तमान में 93/97 रुपए बिककर बारसी लाइन का भूटान माल 98/105 रुपए बिक रहे हैं। अत: अभी रूक रूककर तेजी आएगी।

Gram kabuli: selling will be profitable

New Delhi, 21 May (NNS): The prices of gram kabuli showed downfall from the upper level due to the higher production. Now, the gram kabuli of Maharashtra also being traded at Rs 80/82 per kg. The best quality stock also ruling at Rs 86/88 per kg and the prices may improve by Rs 2/4 per kg, but it is profitable to sell the stock at the higher level. The trade may lead to heavy loss on seeing the previous uptrend in the prices because the production of the stock seems high and the prices of gram kabuli have been ruling at the lower level in the international markets and the trade should not be done at the higher level.

काबुली चना-बिक्री लाभदायक

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) काबुली चने का उत्पादन अधिक होने से उपर के भाव से काफी नीचे बिक गया है, अब वर्तमान में  महाराष्ट्र का काबली चना 80/82 रुपए हो गया। बढ़िया माल 86/88 रुपए भी बोलने लगे हैं तथा अभी 2/4 रुपए प्रति किलो की और तेजी लग रही है, लेकिन हर बढ़े भाव में माल बेचते रहना चाहिए। पिछली तेजी को देखकर व्यापार करने में नुकसान लग जाएगा, क्योंकि उत्पादन जबरदस्त हुआ है तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी काबुली चने के भाव नीचे चल रहे हैं, जिस तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए।

Pea: buying will be profitable

New Delhi, 21 May (NNS): The government has increased the time limit for the import of pea, but both the companies and the stockists are doing all-round buying at the lower level, due to which, the producing markets have increased the prices by Rs 100/150 per quintal. Presently, it is being traded at Rs 4800/4900 per quintal in wholesale because it is available at the higher level by Rs 200/300 per quintal while importing the stock from Lalitpur and Jhansi line. Therefore, the trade of pea will be profitable at the current level.

मटर-खरीद लाभदायक रहेगा

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) पिछले महीने मटर का आयात समय को बढ़ा दिया गया था, लेकिन नीचे वाले भाव में दाल बनाने वाली कंपनीयों एवं स्टाकिस्टों की चौतरफा लिवाली आ गई है, जिसके चलते 100/150 रुपए प्रति कुंतल उत्पादक मंडियों में भाव बढ़ गए हैं। वर्तमान में यहां भी 4800/4900 रुपए प्रति कुंतल थोक में लिवाल आ गए हैं, क्योंकि आज की तारीख में ललितपुर झांसी लाइन से मटर मंगाने पर 200/300 रुपए महंगी पड़ रही है। अत: वर्तमान भाव पर मटर का व्यापार  लाभदायक रहेगा।

Guar gum: less possibility to decrease

New Delhi, 21 May (NNS): In Jodhpur mandi, the prices of guar gum eased by Rs 100 to Rs 10800/10900 owing to the weak industrial demand. In contrary to this, guar prices rose by Rs 50 to Rs 5500/5550 per quintal because of the limited selling. However, in NCDEX, the guar May delivery slipped by Rs 35 to Rs 10775 per quintal because of the feeble speculative buying. There is no possibility of more downtrend in the prices during the near future.

ग्वार : गिरावट की उम्मीद कम

नई दिल्ली, 21 मई (एनएनएस) औद्योगिक मांग कमजोर होने के कारण जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव 100 रूपये घटकर 10800/10900 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। ग्वार के भाव भी सीमित बिकवाली से 50 रूपये बढ़कर 5500/5550 रूपये प्रति क्विंटल बोले गए। सटोरियों की लिवाली घटने के कारण एनसीडीईएक्स में ग्वार गम वायदा जून डिलीवरी 35 रूपये घटकर 10775 रूपये प्रति क्विंटल रह गए। भविष्य में इसमें गिरावट की संभावना कम है।