The prices of wheat showed heavy uptrend due to the constant buying from both governmental and nominal-governmental organisations during the last one month despite the higher production than the normal level. The stock of wheat is being sold at Rs 2530 per quintal during the previous week, whose prices have been ruling at Rs 2465/2475 per quintal. Now, there is no possibility of more downtrend from here because both the governmental and non-governmental buying seems constant in all the states including MP, Rajasthan, Haryana and Punjab, due to this reason, the market may not show more downtrend and the prices may fluctuates by Rs 30/40 per quintal till the constant buying from the government.

गेहूं -अब ज्यादा मंदा नहीं

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) गेहू का उत्पादन अधिक होने के बावजूद पिछले अपने एक महीने से सरकारी व गैर सरकारी खरीद चलने से भाव काफी महंगे हो गए हैं। पिछले सप्ताह ऊपर में गेहूं 2530 रुपए तक बिका था, उसके भाव 2465/2475 रुपए प्रति कुंटल हो गए हैं। अब यहां से घटने के गुंजाइश भी ज्यादा  नहीं है, क्योंकि एमपी राजस्थान हरियाणा पंजाब यूपी सहित सभी राज्य में सरकारी व गैर-सरकारी खरीद चल रही है जिस कारण बाजार में और मंदे की गुंजाइश नहीं है तथा सरकारी खरीद चलने तक 30/40 रुपए ऊपर नीचे भाव चलते रहेंगे।

Fine rice: illegitimate downtrend in the fine rice

New Delhi, 15 May (NNS): The production of sathi paddy reported to be good in the lowland areas of UP and Uttaranchal. The prices of all varieties of basmati went down by Rs 300 per quintal during the current week. However, the prices have been ruling at the higher level to the rice mills at the current level, whereas, the supply of paddy also reported to be over from the markets. It is also feel that most of the mills wants to sell the purchase the stock at the lower level from the famers after spreading the rumour of the higher production. Therefore, it is profitable to wait for some time after being purchase the stock of paddy and rice at the current level because the market may show uptrend after some time. Presently, the prices of rice sela 1509 is being sell at Rs 6300/6500 per quintal, whereas, in UP, it is being traded at Rs 6100/6300 per quintal in the truck load, but the brokers are not purchasing the stock again after the arriving of the stock at the lower level.

बारीक चावल-बिल्कुल नाजायज मंदा

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) साठा धान यूपी उत्तरांचल के तराई वाले क्षेत्रों में बढ़िया होने की खबर मिल रही है, उसकी दहशत, बाजारों में बनने से बासमती प्रजाति के सभी चावल में चालू सप्ताह के अंतराल 300 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ गई है। हालांकि वर्तमान भाव में किसी भी राइस मिलों को पड़ता नहीं है, उधर मंडियों में धान की आपूर्ति भी पूरी तरह समाप्त हो गई है। ऐसा आभास हो रहा है की अधिकतर राइस मिलें धान साठा के उत्पादन की हवा उड़ाकर मंदे भाव में किसानों से सीजन पर झटकने के जुगाड़ में लगे हुए हैं। अत: वर्तमान भाव के धान एवं चावल को खरीद कर कुछ दिन इंतजार करना चाहिए, क्योंकि साठा धान आने पर फिर बाजार बढ़ेगा। फिलहाल 1509 चावल बाजार में 6300/6500 रुपए सेला बिक रहा है, जबकि यूपी में ट्रक लोड में 6100/6300 रुपए तक कुछ राइस मिलों ने व्यापार किया है, लेकिन घटे भाव में माल मांगने पर ब्रोकर लौटकर नहीं आ रहे हैं।

Maize: uptrend will lead to loss

New Delhi, 15 May (NNS): The new stock of maize has been started arriving in Bihar and the prices showed heavy downfall during the last one and a half month, but the uptrend of Rs 150/200 per quintal will lead to heavy loss during the near future after the increment in the demand from the stockists. The maize which was being sold at Rs 1950/2000 per quintal, its prices rose to Rs 2150/2175 per quintal. In Haryana and Punjab reach, its prices went up from Rs 2350 to Rs 2450 per quintal. Now, it is profitable to purchase the stock after some time. Here, the new crop of maize has been started arriving in Behraich, Kannauj, Farukkhabad line of UP, due to this reason, the prices may not show more uptrend. It is expected that the stock will likely to be available at the reasonable prices after the constant arrivals in UP from Haryana and Punjab.

मक्की- अब और तेजी नुकसानदायक

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) हम मानते हैं कि बिहार में नयी मक्की आई है, उसमें पिछले डेढ़ महीने के अंतराल भारी गिरावट आई थी, लेकिन स्टाकिस्टों की मांग निकलते ही बहुत कम समय में 150/200 रुपए की तेजी आनी नुकसानदायक लग रही है। जो मक्की बिहार की मंडियों में 1950/2000 रुपए प्रति क्विंटल बिक गई थी, उसके भाव वर्तमान में छलांग लगाकर 2150/2175 रुपए प्रति कुंतल की ऊंचाई पर पहुंच गई है। हरियाणा पंजाब पहुंच में भी 2350 से बढ़कर 2450  रुपए प्रति क्विटल भाव हो गए हैं। अब इन भावों में एक बार ठहरकर माल खरीदना चाहिए। इधर यूपी के बहराइच कन्नौज फर्रुखाबाद लाइन में भी मक्की आ गई है, जिस कारण बिहार के माल में तेजी को विराम लग रहा है। हरियाणा पंजाब के लिए यूपी में आवक बनने पर यहां के पड़ते लगने लगेंगे।

Millet: prices may show more uptrend

New Delhi, 15 May (NNS): There is a swamp of downtrend in the prices of millet due to the sluggish prices of the adulterated stock in the markets during the last two months. Now, the arrivals of the stock seems feeble, due to this reason, there is a lack of stock in the pipeline, on seeing this, its prices jumped by Rs 100 to Rs 2300 per quintal in the Mauli Barwala reach. The prices rose by Rs 100 per quintal in the producing markets. In Delhi, it is being traded at Rs 2260/2270 per quintal. There is still long time left in the arrival of the new stock and the stock has not been available in the pipeline. Therefore, the market may gain by Rs 100 per quintal as the illegal stock will not likely to arrive in the near future.

बाजरा-अभी और तेज होगा

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) बाजरे में पिछले दो महीने के अंतराल हेरा फेरी का माल मंडियों में सस्ता आने से मंदे का दलदल बन गया था। अब वह माल थोड़ा कम आ रहा है, जिस कारण पाइपलाइन में माल नहीं होने से एक सप्ताह के अंतराल 100 रुपए उछलकर 2300 रुपए प्रति कुंतल मौली बरवाला पहुंच में भाव हो गए हैं। उत्पादक मंडियों में भी 100 रुपए का इजाफा हो गया है। दिल्ली में 2260/2270 रुपए तक उठू व्यापार हो गया है। नई फसल आने में अभी लंबा समय बाकी है तथा पाइपलाइन में माल नहीं है। अत: हेरा फेरी के माल आगे नहीं आने पर बाजार 100 रुपए और बढ़ जाएगा।

Masoor: prices may increase intermittently

New Delhi, 15 May (NNS): The production of masoor reported to be high, but there is a lack of old stock in the pipeline, due to this, the new stock has been selling out constantly in the markets. The stock of Canada has been ruling at the higher level from the desi stock as per the rates and the quality, due to this reason, the trade of masoor in Bilti has been started increasing and its prices rose by Rs 75/80 per quintal as comparatively. Presently, the trade of Rs 6375/6400 per quintal will likely to be profitable after the correction.

मसूर-रुक रुक कर तेजी संभव

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) मसूर का उत्पादन अधिक जरूर हुआ है, लेकिन पुराना माल इस बार पाइप लाइन में बिल्कुल नहीं होने से जो माल आ रहा है, वह बिकता जा रहा है। कनाडा के माल क्वालिटी एवं रेट्स की अपेक्षा देसी माल से पड़ते में ऊंचे लग रहे हैं। यही कारण है कि बिल्टी का व्यापार निकलने लगा है तथा इसके भाव कनाडा की अपेक्षा 75/80 रुपए ऊंचे हो गए हैं। वर्तमान में 6375/6400 रुपए बिल्टी के व्यापार थोड़ा करेक्शन के बाद फिर लाभ मिलता रहेगा।

Urad: no decrement in the roots

New Delhi, 15 May (NNS): There is still long time left in the arrival of the new stock of masoor. The kharif crop has been ready in Sultanpur line of urad, but the seeds seem small. The stock of green quality has also been consume constantly. Presently, the new stock of black urad has been started arriving from Rangoon, there, its prices have been ruling at the higher level, due to which, urad SQ also rose by Rs 100.50 per kg. Apart from this, its FAQ prices also being quoted at Rs 94.50 per kg and the prices may show more uptrend due to the lack of stock in the markets.

उड़द-जड़ में मंदा नहीं

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) उड़द की नई फसल आने में अभी लंबा समय बाकी है। गर्मी वाली उड़द यूपी के सुल्तानपुर लाइन में तैयार हो गई है, लेकिन उसमें भी दाने हल्के बैठ रहे हैं। वह माल हरी क्वालिटी का आता है, जो धोया में खपता है। फिलहाल काली उड़द रंगून से आ रही है, वहां पड़ते में काफी ऊंचे भाव चल रहे हैं, जिससे एसक्यू  100.50 रुपए प्रति किलो पर बढ़ गई है। एफएक्यू के भाव भी 94.50 रुपए बोलने लगे हैं तथा इसमें माल की कमी से आगे और तेजी लग रही है।

Moong: crop seems good in UP and Bihar

New Delhi, 15 May (NNS): The upcoming crop of moong expected to be good on seeing the finger and sowing of the crop in UP, Bihar and Jharkhand. Presently, the new stock of moong has also been started arriving from West Bengal, Orissa and MP, which is being sold at Rs 7800/8400 per quintal as per the quality. The prices of dal moong chilka and dhoya showed improved trend due to the increment in the temperature. Therefore, the prices have not showed more decrement from the current level, but the prices may increase on seeing the upcoming crop during the next month.

मूंग-यूपी बिहार में फसल बढ़िया

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) यूपी बिहार झारखंड में अगले महीने आने वाली मूंग की फसल बिजाई एवं फली को देखकर बहुत बढ़िया आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वर्तमान में पश्चिम बंगाल उड़ीसा एवं मध्य प्रदेश की मूंग आ रही है, जो यहां क्वालिटी अनुसार 7800/8400 रुपए प्रति क्विंटल के बीच डस्ट एवं रंगत के हिसाब से बिक रही है। दाल मूंग छिलका एवं धोया की बिक्री में गर्मी बढ़ने से सुधार हुआ है। अत: वर्तमान भाव में मंदा तो नहीं लग रहा है, लेकिन अगले महीने आने वाली फसलों को देखकर तेजी का भी व्यापार नहीं करना चाहिए।

Tur: should sell the stock

New Delhi, 15 May (NNS): The production of tur slipped from 42 lakh metric tonnes to 34 lakh metric tonnes during the last two years, due to this reason, the prices showed heavy uptrend. The prices of lemon tur improved by Rs 4 to Rs 116.50 per kg during the last four days. In Chennai, it is being traded at Rs 111.50 per kg. Now, the sale of the its dal seems weak in these prices and the millers are selling the stock as per the buying of the raw material, in these circumstances, it is profitable to sell the stock at the higher level of Rs 4 per kg. However, there is still long time left in the arrival of the new stock, despite all this, the sale of pea and gram desi showed uptrend. Therefore, it is profitable to take the profit  at the current level during the coming days.

तुवर-अब एक बार बेचिए

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) तुवर का उत्पादन विगत दो वर्षों में 42 से घटकर 34 लाख मीट्रिक टन रह गया है, जिस कारण लगातार तेजी का रूख बना हुआ है। पिछले दो दिनों के अंतराल 4 रुपए बढ़कर 116.50 रुपए प्रति किलो लेमन तुवर यहां थोक में बिक गई है। चेन्नई में भी 111.50 रुपए का व्यापार हो गया है। अब इन भावों में दाल की बिक्री थोड़ी कम हो गई है तथा दाल मिल वाले भी बिक्री के हिसाब से ही कच्चे माल की खरीद कर रहे हैं, इन परिस्थितियों में एक बार चार रुपए किलो की तेजी का लाभ माल बेचकर उठा लेना चाहिए। हालांकि नई फसल आने में अभी लंबा समय बाकी है, इन सबके बावजूद मटर एवं देसी चने की दाल की बिक्री बढ़ जाएगी। अत: बीच-बीच में मुनाफा भी लेना चाहिए।

Gram desi: no risk in the trade

New Delhi, 15 May (NNS): The prices of gram desi corrected by Rs 50 per quintal after the uptrend of Rs 400 per quintal due to the weak arrivals in the producing markets and constant all-round buying from the mills during the last 5/7 days, but the prices showed heavy uptrend on seeing the lack of stock in the governmental and non-governmental godowns. Therefore, it is profitable to trade at the current level. Here, the prices of gram desi rose by Rs 400 to Rs 6700 per quintal, after this, it reached to Rs 6650 per quintal, but it is expected that the prices may gain to Rs 7000 per quintal during the coming days.

देसी चना-व्यापार में रिस्क नहीं

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस)  देसी चने में पिछले 5-7 दिनों के अंतराल दाल मिलों की चौतरफा लिवाली चलने तथा उत्पादक मंडियों में आवक टूट जाने से 400 रुपए प्रति कुंतल की तेजी के बाद 50 रुपए का करेक्शन आया है, लेकिन सरकारी व गैर सरकारी गोदामों में इस बार स्टॉक की कमी को देखते हुए दूरगामी परिणाम भरपूर तेजी का लग रहा है। अत: वर्तमान भाव में देसी चने का व्यापार करते रहना चाहिए। यहां एक सप्ताह के अंतराल 400 रुपए बढ़कर 6700 रुपए बिकने के बाद 6650 रुपए बोल रहे हैं, लेकिन जल्दी यह 7000 रुपए हो जाएगा।

Rajma chitra: market will likely to remain high

New Delhi, 15 May (NNS): The stock of rajma chitra is being traded between Rs 90/130 per kg as per the quality, but now, almost 77 percent of the inferior quality stock has already been sold out. Now, almost 28/30 percent of the stock has only been lying to the traders, whereas, the new crop will likely to arrive after 4 months, on seeing these circumstances, the prices of rajma chitra Brazil and China may show uptrend intermittently and there will be the shortage of the stock during the near future.

राजमां चित्रा-बाजार तेज ही रहेगा

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) हम मानते हैं कि देसी विदेशी रंगत के हिसाब से राजमां चित्रा 90 से 130 रुपए प्रति किलो के बीच बिक रहा है, लेकिन अब हल्के माल धीरे-धीरे 77 प्रतिशत बिक चुके हैं, केवल कारोबारियों के पास 28-30 प्रतिशत माल पड़ा है, जबकि नई फसल आने में अभी 4 महीने का समय बाकी है, इन परिस्थितियों को देखते हुए राजमां चित्रा ब्राज़ील एवं चीन में रुक-रुक कर अच्छी तेजी की संभावना है तथा आगे चलकर माल एक बार शॉर्टेज में आ जाएगा।

Gram kabuli: should sell at every price

New Delhi, 15 May (NNS): The stock of gram kabuli has been available in the all-round markets due to the higher production. The sale of gram kabuli gets affected after the uptrend in the prices of gram desi, urad, tur and rajma chitra, due to which, the prices of gram kabuli Maharashtra and bold stock improved by Rs 3/5 to Rs 80/90 and Rs 110/112 per kg respectively as quality wise, but it is profitable to take the profit at the current level rather than its storage at the higher level.

काबुली चना-हर बढ़े भाव में बेचिए

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) काबुली चने का उत्पादन अधिक होने से मंदिरों में चौतरफा स्टॉक मौजूद है पिछले एक सप्ताह में देसी चना उड़द तुवर राजमां चित्रा में तेजी आने के बाद काबुली चने की बिक्री पर भी प्रभाव पड़ा है, जिससे उसमें भी क्वालिटी अनुसार माल में 3 से 5 रुपए प्रति किलो की बढ़त पर महाराष्ट्र के माल 85/90 रुपए तथा मोटे माल 110/112 रुपए प्रति किलो बिना छना हो गए हैं, लेकिन हर बढ़े भाव में इस बार स्टॉक की बजाय मुनाफा लेते रहना चाहिए।

Pea: no risk in the trade

New Delhi, 15 May (NNS): The import of pea seems constant, but there, it is being available at Rs 45/46 per kg at the ports due to the higher prices from there. Here also, the filtered stock of pea also being sold at Rs 53/54 per kg. Without filtered stock also ruling at Rs 50/51 per kg. Now, there is no possibility of more downtrend in the prices, but the prices may increase after some time. There is no risk in the trade during the coming days, due to this, it is profitable to trade at the current level. On the other hand, the consumption of pea increased by 22 percent in the eastern parts of the country because the prices of tur dal have been ruling at the higher level.

मटर-दूर-दूर तक रिस्क नहीं

नई दिल्ली, 15 मई (एनएनएस) मटर का आयात लगातार हो रहा है, लेकिन वहां भाव बढ़ जाने से अब बंदरगाहों पर पहुंच में 45/46 रुपए किलो से कम के पड़ते नहीं लग रहे हैं। यहां भी छनी हुई मटर 53/54 रुपए बिक रही है। बिना छनी मटर 50/51 रुपए तक बोल रहे हैं। अब इन भावों में घटने की गुंजाइश तो बिल्कुल नहीं है, लेकिन तेजी आने में थोड़ा विलंब लगेगा। व्यापार में आगे चलकर कोई रिस्क नहीं है, इसलिए हर भाव में माल खरीदते रहना चाहिए। उधर पूर्वी राज्यों में बटर की खपत में 22 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है, क्योंकि दाल तुवर महंगी हो गई है।