New Delhi, 09 May (NNS): The supply of liquid milk reported to be weak due to the iff season despite the weak temperature in North India. On the other hand, less number of powder plants have been running constantly due to the sluggish availability of liquid milk in the poly packs. the production of milk powder slipped to 37 percent in the powder plants owing to the increased competitive buying among the poly milk manufacturers, due to which, its stock has not been available at the lower level of Rs 55/56 per kg. Here, the prices of milk powder have been ruling at the higher level in the international markets. Its prices held stable at the same level during the last one month, but the prices may show uptrend during the near future. The production cost of milk powder reported to be high, due to this, the premium quality stock is being traded at Rs 285/295 per kg.

दूध पाउडर-लिक्विड की आपूर्ति घटी

नई दिल्ली, 9 मई (एनएनएस) उत्तर भारत में कल तापमान में कमी होने के बावजूद भी सीजन ऑफ होने से लिक्विड दूध की आपूर्ति घट गई है। उधर पोली के लिए लिक्विड दूध की उपलब्धि कम होने से पाउडर प्लांट कम चल रहे हैं। कच्चे दूध की आपूर्ति घटने तथा पोली दूध निर्माताओं की मांग प्रतिस्पर्धात्मक बढ़ने से पाउडर प्लांटों में दूध पाउडर का उत्पादन घटकर 37 प्रतिशत रह गया है, जिससे लिक्विड चालू सप्ताह में 55/56 रुपए प्रति लीटर से कम में नहीं मिल रहा है। इधर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी दूध पाउडर के भाव सुर्ख हो गए हैं, जिससे कंपनियां घटाकर नहीं बेच रही हैं। पिछले एक महीने से ठहराव बना हुआ है, लेकिन बढ़ने के आसार बन गए हैं। दूध पाउडर का उत्पादन लागत महंगा होने से पूर्ववत भाव प्रीमियम क्वालिटी के 285/295 रुपए प्रति किलो में व्यापार टिके हुए हैं।

Desi ghee: shortage of stock in the plants

The supply of butter and desi ghee reported to be sluggish in the companies due to the increased consumption of liquid milk in the poly packs, due to this reason, there is a shortage of butter and desi ghee. The companies have to pay more amount as incentive despite the increment in the prices for processing during the current week. The companies of North India are constantly selling the stock at every prices on seeing the decrement for the long time in the companies of North India. Here, the stockists are also started buying the stock on seeing its sluggish prices, due to which, the market gained by Rs 15/20 to Rs 300/350 per kg and there is no possibility of more uptrend in the prices during the coming days.

देसी घी-प्लांटों में माल की कमी

नई दिल्ली, 9 मई (एनएनएस) लिक्विड दूध की खपत पोली पैक में बढ़ जाने से कंपनियों में आपूर्ति बटर एवं देसी घी बनाने के लिए काफी घट गई है, जिस कारण बटर एवं देसी घी भारी कमी बन गई है। कंपनियों को प्रोसेसिंग के लिए चालू सप्ताह में बढ़ने के बावजूद इंसेंटिव के रूप में और  भुगतान करना पड़ रहा है। उत्तर भारत की कंपनियां लंबे समय तक मंदे को देखकर अपना माल हर भाव में काटते गई थी। इधर नीचे भाव आने पर स्टॉकिस्ट भी लिवाल आ गए हैं, जिससे बाजार 15-20 दिनों में 300/350 रुपए और बढ़ गया है तथा अभी और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं।