New Delhi, 13 May (NNS): The prices of liquid milk eased by Re 1 to Rs 53/55 per litre due to the nominal decrement during the previous day, due to which, it is expected that the prices have been ruling at Rs 285/295 per kg. The stock of milk powder should have to purchase the stock according to the needs at the current level on seeing the daily from the food grains manufacturing companies. Here, the prices of milk powder remained stable at $2850/2860 per tonne, due to this reason, the export may show more uptrend during the near future. Therefore, the prices of milk powder may increase by Rs 10 per kg, but it is profitable to sell the stock at the higher level because the wedding will be constant till 30 June.

दूध पाउडर-मुनाफा कमाते रहिए

नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) गत सप्ताह थोड़ा तापमान गिरने से लिक्विड दूध के भाव एक रुपए और घटकर 53/55 रुपए प्रति लीटर रह गए हैं, जिसके चलते दूध पाउडर भी ठहरकर 285/295 रुपए प्रति किलो चल रहे हैं। खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की दिन प्रति दिन खपत को देखते हुए वर्तमान भाव के दूध पाउडर में जरूरत अनुसार खरीद कर रही है। इधर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी जो 2850/2860 डॉलर प्रति टन दूध पाउडर के भाव ठहराव लिए चल रहे हैं। इस वजह से निर्यात पहले की अपेक्षा बढ़ गया है। अत: वर्तमान भाव के दूध पाउडर में थोड़ा ठहरकर फिर 10 रुपए प्रति किलो और बढ़त बन सकती है, लेकिन बढ़े भाव पर माल भी बेचते रहना चाहिए, क्योंकि 30 जून तक शादियां नहीं है।

Desi ghee: no more downtrend

New Delhi, 13 May (NNS): Presently, the stock of liquid milk is being purchase at the sluggish level in the plants as compared to the same period of the previous year, but the export companies are also buying the stock after the decrement of Rs 2 to Rs 53/55 per kg because of the unfavourable sale of milk powder and desi ghee despite the lack of liquid milk stock. Most of the milk  reported to be pack in the poly pack because the chilling plants are doing higher processing for according to the demand of the consumers, due to which, the market remained stable at the same level. There is a lack of stock in the butter plants and also a lack of desi ghee stock, due to which, the market remained stable at the same level, but the prices may not show more decrement in the prices. Presently, most of the plants are doing processing. Whereas, it is important for the poly packers and the chilling plants to purchase the stock for supply, due to this reason, the production of the desi ghee and butter seems sluggish in the companies, due to this reason, the prices held stable at the same level during the last week.

देसी घी-अभी तेजी मंदी नहीं

नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में लिक्विड दूध, प्लाटों में सस्ती खरीद हो रही है, लेकिन पिछले एक सप्ताह में  लिक्विड दूध की कमी के बावजूद भी देसी घी एवं दूध पाउडर की बिक्री अनुकूल नहीं होने से निर्माता कंपनियां दो रुपए लीटर घटकर 53/55 रुपए प्रति किलो खरीद करने लगी है। अधिकतर दूध पॉली पैक में जा रहा है, क्योंकि उपभोक्ताओं की मांग हेतु चिलिंग प्लांट ही अधिक प्रोसेसिंग कर रहे हैं। बटर का स्टॉक प्लांटों में नहीं है तथा घी भी स्टाक में कम है, जिससे बाजार में ठहराव रहेगा, लेकिन मंदा नहीं है। वर्तमान भाव में अधिकतर प्लांट प्रोसेसिंग कम कर रहे हैं। वहीं लिक्विड दूध में पोली पैकर्स एवं चिलिंग प्लांटों को अभी भी सप्लाई के लिए खरीदना जरूरी है। यही कारण है कि कंपनियों में देसी घी एवं बटर का अभी भी उत्पादन कम  हो रहा है। इस वजह से गत सप्ताह भी ठहर बना रहा है।