New Delhi, 07 June (NNS): The prices of liquid milk increased by R e 1 to Rs 56/58 per litre due to the increment in the temperature in North India, due to which, the its prices rose to Rs 285/295 per litre before 10 days. The demand of milk powder showed uptrend at the current level on seeing the daily consumption from the food manufacturing companies. Here, the medium stock of June contract also ascended by $2680/2700 per tonne in the international markets, due to this reason, the prices showed uptrend as compared to before. Therefore, the prices of milk powder gained by Rs 10 per kg. The new season will likely to start after four months.
दूध पाउडर-व्यापार में रिस्क नहीं
नई दिल्ली, 7 जून (एनएनएस) उत्तर भारत में तापमान बढ़ने से लिक्विड दूध के भाव एक रुपए और बढ़कर 56/58 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं, जिसके चलते दूध पाउडर भी दस दिन पहले बढ़कर 285/295 रुपए प्रति किलो हो गये हैं। खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की दिन प्रति दिन खपत को देखते हुए वर्तमान भाव के दूध पाउडर में मांग बढ़ गई है। इधर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी जून कॉन्ट्रैक्ट के मीडियम माल 2680/2700 डॉलर प्रति टन दूध पाउडर के भाव तेजी लिए चल रहे हैं। इस वजह से निर्यात पहले की अपेक्षा बढ़ गया है। अत: वर्तमान भाव के दूध पाउडर में थोड़ा ठहरकर फिर 10 रु प्रति किलो और बढ़त बन सकती है। नया सीजन शुरू होने अभी कम से कम चार महीने का समय लगेगा।
Desi ghee: shortage of both demand and stock
New Delhi, 07 June (NNS): The stock of liquid milk is being purchase at the lower level in the chilling plants as compared to the same period of the previous year, but the companies have increased the prices of desi ghee by Rs 10 per kg due to the lack of liquid milk in the plants during the last fortnight. The companies have increased the prices by Rs 56/58 per kg because of the shortage of the stock. Most of the milk has been selling out in the poly packs because the chilling plants are processing huge amount of stock for the fulfilment of the demand from the consumers. Now, there is a lack of butter stock in the plants and less amount of desi ghee has been available, due to which, the market showed uptrend. Presently, most of the plants are under maintenance. On the other hand, both the poly packers and the chilling plants are also purchasing the stock of liquid milk at the current level, due to this reason, the production of both desi ghee and butter remained close, on seeing this, the premium quality desi ghee rose by Rs 150 to Rs 7650/7950 per tin before 10 days.
देसी घी-ग्राहक एवं माल दोनों कम
नई दिल्ली, 7 जून (एनएनएस) गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में लिक्विड दूध, चिलिंग प्लाटों में सस्ती खरीद हो रही है, लेकिन पिछले एक पखवाड़े में पाउडर प्लाटों को लिक्विड दूध की कमी से कंपनियों ने पिछले महीने देसी घी के भाव 10 रुपए प्रति किलो बढ़ा दिए। लिक्विड दूध की कमी से कंपनियां एक रुपए लीटर बढ़ाकर 56/58 रुपए प्रति किलो खरीद करने लगी है। अधिकतर दूध पॉली पैक में जा रहा है, क्योंकि उपभोक्ताओं की मांग हेतु चिलिंग प्लांट ही अधिक प्रोसेसिंग कर रहे हैं। बटर का स्टॉक प्लांटों में नहीं है तथा घी भी स्टाक में कम है, जिससे बाजार में तेजी रहेगी। वर्तमान भाव में अधिकतर प्लांट मेंटेनेंस में जा चुकी हैं। वहीं लिक्विड दूध में पोली पैकर्स एवं चिलिंग प्लांटों को अभी भी सप्लाई के लिए खरीदना जरूरी है। यही कारण है कि कंपनियों में देसी घी एवं बटर का अभी भी उत्पादन बंद हो गया है। इस वजह से 10 दिन पहले 150 रुपए बढ़कर प्रीमियम क्वालिटी के देसी घी 7650/7950 रुपए प्रति टीन हो गए हैं।