The production of desi ghee and butter remained at 42 percent due to the lack of supply of liquid milk at the current level. Most of the liquid milk has been selling out in the poly pack because because it seems profitable to the plants. The prices of both butter and desi ghee went up by Rs 40 per kg during the review month and the companies have also quoted up the prices by Rs 20 per kg during the last fortnight. Now, the premium quality desi ghee also being available at Rs 7450/7750 per tin and butter also ruling at Rs 375/380 per kg. There is no possibility of more uptrend in the price on seeing the shortage of liquid milk. Therefore, it is profitable to purchase the stock at the current level. Now, it’s inferior quality stock also being traded at Rs 6550/6850 per quintal.
देसी घी-लिक्विड दूध की कमी
नई दिल्ली, 7 मई (एनएनएस) वर्तमान में लिक्विड दूध के आपूर्ति में भारी कमी से कंपनियों में देसी घी एवं बटर का उत्पादन 42 प्रतिशत रह गया है। अधिकतर लिक्विड दूध पॉली पैक में जा रहा है, क्योंकि प्लाटों को उसमें पड़ता है। पिछले महीने 40 रुपए प्रति किलो की देसी घी एवं बटर में तेजी आ गई है तथा गत पखवाड़े में भी 20 रुपए प्रति किलो कंपनियों ने बढ़ा दिया था। अब देसी घी के भाव प्रीमियम क्वालिटी के भाव 7450/7750 रुपए प्रति टीन हो गए हैं तथा बटर भी 375/380 रुपए प्रति किलो हो गया है। आगे लिक्विड दूध की कमी को देखते हुए देसी घी में और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं। अत: इन भावों में अब खरीद करना चाहिए। हल्के माल 6550/6850 रुपए तक बोल रहे हैं।
Milk powder: possibility to remain stable for some days
the prices of liquid milk remained stable at Rs 55/57 per litre in the producing companies of Khurja line during the current week, but the availability of best quality milk showed downfall, due to this reason, The prices of milk powder held stable at Rs 285/295 per kg. The companies are producing less amount of stock because of its higher production cost. Here, the demand of the product showed uptrend. Presently, the consumption of milk powder also seems high from the liquid manufacturing companies, whereas the unloading of well powder reported to be sluggish from South India, due to which the market showed strong trend. The plant have been selling the stored stock rapidly, due to this reason, there is a possibility of more upfront in the prices. Now, the export also seems high as compared to before because its prices have been ruling at higher level in the global market.
दूध पाउडर-कुछ दिन ठहराव की संभावना
नई दिल्ली, 7 मई (एनएनएस) चालू सप्ताह उत्पादक कंपनियों ने लिक्विड दूध के भाव खुर्जा लाइन में 55/57 रुपए पर टिके हुए हैं, लेकिन बढ़िया दूध की उपलब्धि घट गई है, जिससे दूध पाउडर के भाव 285/295 रुपए प्रति किलो पर पूर्ववत तेज बोले गए। उत्पादन लागत महंगा होने से कंपनियां दूध पाउडर कम बना रही है, इधर गर्मी बढ़ने से प्रोडक्ट की मांग बढ़ गई है। इस समय पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की दूध पाउडर की खपत भी बढ़ी है, वहीं दक्षिण भारत के दूध पाउडर उत्तर भारत अब कम उतर रहे हैं, जिससे बाजार मजबूत बना हुआ है। प्लांटों का स्टाक तेजी से निकलता जा रहा है, जिस कारण और तेजी की संभावना है। अभी निर्यात में भी पहले की काफी बढ गया है, क्योंकि ग्लोबल मार्केट में भाव तेज हो गए हैं।