नई दिल्ली। तेल मिलों की खरीद कमजोर बनी रहने के कारण शनिवार को लगातार तीसरे दिन घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में मंदा आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये घटकर 6,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 1.60 लाख बोरियों की ही हुई। सरसों के दाम पिछले तीन कार्यदिवस में 150 रुपये प्रति क्विंटल तक कमजोर हो चुके हैं।

विदेशी बाजार में चालू सप्ताह के अंत में खाद्य तेलों की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा। जानकारों के अनुसार अनुकूल मौसम से मलेशियाई पाम ऑयल उत्पादन में वृद्धि की संभावना हैं। हालांकि अर्जेंटीना में प्रतिकूल मौसम की चिंताओं और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में सुधार की उम्मीदों के साथ बाजार को समर्थन मिलने की उम्मीद है। अत: विश्व बाजार में अभी खाद्वय तेलों की कीमतों में सीमित तेजी, मंदी बनी रहने के आसार है। घरेलू बाजार में शनिवार को सरसों तेल के भाव में सुधार आया, जबकि इस दौरान सरसों खल की कीमत भी गिरावट जारी रही।

उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवकों में कमी दर्ज की। व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में सरसों की बुआई में तो कमी आई है, लेकिन दिसंबर के अंत में तथा हाल ही में हुई बारिश से फसल को फायदा होगा। उत्पादक राज्यों में अगले महीने नई फसल की शुरुआती आवक शुरू हो जायेगी। हालांकि खपत का सीजन होने के कारण घरेलू बाजार में सरसों तेल में मांग अभी बनी रहेगी, लेकिन इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्य तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी।

जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमत शनिवार को तेज होकर बंद हुई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 6 रुपये बढ़कर दाम 1,331 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के भाव भी 6 रुपये तेज होकर 1,321 रुपये प्रति 10 किलो बोले गए। इस दौरान जयपुर में सरसों खल के भाव 15 रुपये घटकर दाम 2,275 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घटकर 1.60 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कार्यदिवस में आवक 1.90 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की आवक 70 हजार बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 15 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 25 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 5 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 35 हजार बोरियों की आवक हुई।