New Delhi, 22 May (NNS): The production of desi ghee and butter remained at 38 percent in the companies due to the weak supply of liquid milk at the current level. Most of the liquid milk has been selling out in the poly packs as it seems profitable for the plants. The prices of desi ghee and butter gained by Rs 40 per kg during the previous month. Now, the premium quality desi ghee  and butter remained stable at Rs 7450/7750 and Rs 375/380 per kg respectively. It is expected that the prices of desi ghee may show uptrend on seeing the shortage of liquid milk. Therefore, it is profitable to sell the stock at the current level. Its inferior quality stock also being quoted at Rs 6550/6800 per quintal.

देसी घी-लिक्विड दूध की कमी

नई दिल्ली, 22 मई (एनएनएस) वर्तमान में लिक्विड दूध के आपूर्ति में भारी कमी से कंपनियों में देसी घी एवं बटर का उत्पादन 38 प्रतिशत रह गया है। अधिकतर लिक्विड दूध पॉली पैक में जा रहा है, क्योंकि प्लाटों को उसमें पड़ता है। पिछले महीने 40 रुपए प्रति किलो की देसी घी एवं बटर में तेजी आ गई है। अब देसी घी के भाव प्रीमियम क्वालिटी के भाव 7450/7750 रुपए प्रति टीन हो गए हैं तथा बटर भी 375/380 रुपए प्रति किलो हो गया है। आगे लिक्विड दूध की कमी को देखते हुए देसी घी में और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं। अत: इन भावों में अब खरीद करना चाहिए। हल्के माल 6550/6800 रुपए तक बोल रहे हैं।

Milk powder: possibility to remain stable

New Delhi, 22 May (NNS): In Khurja line, the prices of liquid milk is being quoted at Rs 54/56 per kg by the companies of producing markets during the current week, but the availability of best quality milk showed downfall, due to which, the prices of milk powder remained stable at Rs 275/285 per kg. The companies are producing less amount of stock due to the higher production cost, here, the demand from the private sector showed uptrend due to the increment in the temperature. Presently, the consumption of milk powder seems high from the liquid manufacturing companies, whereas, less amount of milk powder has been unloading in North India from the Southern parts of the country, due to which, the market remained stable at the same level. The stored stock has been selling out rapidly from the plants, due to this reason, the market may not show more downtrend. Today, the enquiry has been started increasing in export as compared to before because the prices seems high in the global market.

दूध पाउडर-कुछ दिन ठहराव की संभावना

नई दिल्ली, 22 मई (एनएनएस) चालू सप्ताह उत्पादक कंपनियों ने लिक्विड दूध के भाव खुर्जा लाइन में 54/56 रुपए पर टिके हुए हैं, लेकिन बढ़िया दूध की उपलब्धि घट गई है, जिससे दूध पाउडर के भाव 275/285 रुपए प्रति किलो पर पूर्ववत तेज बोले गए। उत्पादन लागत महंगा होने से कंपनियां दूध पाउडर कम बना रही है, इधर गर्मी बढ़ने से प्रोडक्ट की मांग बढ़ गई है। इस समय पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की दूध पाउडर की खपत भी बढ़ी है, वहीं दक्षिण भारत के दूध पाउडर उत्तर भारत अब कम उतर रहे हैं, जिससे बाजार ठहरा हुआ है। प्लांटों का स्टाक तेजी से निकलता जा रहा है, जिस कारण और मंदे की संभावना नहीं है। आज निर्यात में पहले की अपेक्षा पूछपरख बढ़ गई है, क्योंकि ग्लोबल मार्केट में भाव तेज हो गए हैं।