New Delhi, 13 May (NNS): The arrival pressure of wheat reported to be high in the all the states due to the unfavourable weather conditions and higher sowing area in North India. Its prices rose by Rs 65/70 per quintal during the last 15 days, whose prices reduced by Rs 25 to Rs 2470/2480 per quintal in the mill reach because of the sluggish demand from the roller flour mills at the higher level and profit taking selling during the previous week. The prices have not showed more downtrend on seeing the demand in the governmental and the non-governmental organisations. The government has purchased more than 260 lakh metric tonnes of the stock.
गेहूं -और मंदे की गुंजाइश नहीं
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) गेहूं की बिजाई उत्तर भारत में अधिक होने तथा मौसम अनुकूल होने से सभी राज्यों की मंडियों में गेहूं का दबाव बढ़ गया है। बीते 15 दिनों के अंतराल 65/70 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ गई थी, जो गत सप्ताह मुनाफा वसूली बिकवाली आने तथा ऊंचे भाव में रोलर फ्लोर मिलों की मांग ठंडी पड़ जाने से 35 रुपए घटकर 2470/2480 रु प्रति क्विंटल क्वालिटी के अनुसार मिल पहुंच में गेहूं के भाव रह गए। आगे गेहूं में सरकारी व गैर सरकारी मांग को देखते हुए ज्यादा मंदा नहीं लग रहा है। अब तक गेहूं के खरीद 260 लाख मीट्रिक टन को पार कर गई है।
Rice: higher milling prices of paddy
New Delhi, 13 May (NNS): The prices of rice have been ruling at the higher level in the mills of UP, Haryana and Punjab due to the increment in the prices of paddy and no more stock has reported to arrive in the markets, due to this reason, the rice mills are not selling the stock at the lower level. On the other hand, the export deals expected to be done from the Iran, on seeing these circumstances, the prices may show more uptrend after some time. The prices may not show more decrement due to the constant enquiry from the exporters during the last two days. The prices of rice sela 1509 remained stable at Rs 6550/6600 per quintal after the heavy downtrend in the prices during the previous days. The stock has not been available while importing it at the current level.
चावल-धान की मिलिंग महंगा हुई
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) धान के भाव ऊंचे होने से यूपी हरियाणा पंजाब की राइस मिलों में मिलिंग पड़ता काफी महंगा हो गया है तथा मंडियों में आवक बिल्कुल समाप्त हो गई है, जिस कारण राइस मिलें घटाकर बिकवाल नहीं आ रही है। उधर ईरान से भी निर्यात सौदे होने की चर्चा आने लगी है, इन परिस्थितियों को देखते हुए थोड़ा ठहर कर अच्छी तेजी की संभावना प्रबल हो गई है। विगत दो दिनों में निर्यातकों की पूछताछ से गिरते भाव को विराम लग गया है। पिछले दिनों की भारी गिरावट के बाद वर्तमान में चावल 1509 सेला 6550/6600 रुपए पार्टी के हुए हैं, इन भावों में माल मांगने पर ज्यादा माल नहीं मिल पाएगा।
Maize: uptrend due to the constant buying from the stockists
New Delhi, 13 May (NNS): The new stock of Bihar has been started arriving constantly in the markets, but its prices gained by Rs 100 to Rs 2125/2150 per quintal in the Khagadiya, Gulab Bagh, Purnia and Darbhanga during the last one week due to the all-round buying from the stockists at the lower level. It is expected that the prices may increase by Rs 50 per quintal on seeing the current demand, but the trade will likely to be risky at the current level. The market may show more downtrend, due to this, the traders will get huge amount of profit. However, the demand does not seems favourable from the exporters, now, it has been started storing. On the other hand, the big starch mills of Haryana and Punjab has been purchasing less amount of stock because the new stock of maize also been arriving from the Behraich line. Presently, the stock of maize is being purchase at Rs 1975/2000 per quintal in the condition in Khagadiya, Begusarai, Gulab bagh and Darbhanga line. In Haryana and Punjab reach, it is being traded at Rs 2275/2300 per quintal. The trade of MP and Rajasthan seems sluggish because its prices have been ruling at the higher level. On seeing these circumstances, the prices of maize may show more downfall during the near future, but it is profitable to purchase the stock for the storage. The reality is that the arrival pressure of the stock showed heavy uptrend in Bihar, because it is expected that the production cross 70 lakh metric tonnes of the stock.
मक्की- स्टाकिस्टों की लिवाली से तेजी
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) बिहार में मक्की की नई फसल तेजी से आने लगी है, लेकिन नीचे वाले भाव पर स्टाकिस्टों की चौतरफा लिवाली चलने से एक सप्ताह के अंतराल 100 रुपए बढ़कर खगड़िया गुलाब बाग पूर्णिया एवं दरभंगा मंडी में 2125/2150 रुपए प्रति क्विटल भाव हो गए हैं तथा जिस हिसाब से मांग चल रही है, इसे देखते हुए 50 रुपए और बढ़ सकते हैं, लेकिन इन भावों में व्यापार इस बार रिस्की हो गया है। अभी थोड़ी और गिरावट आती, तो आगे चलकर कारोबारियों को लाभ मिलता है। हालांकि निर्यातकों की मांग अनुकूल नहीं है, अभी केवल मक्की स्टॉक हो रही है। उधर हरियाणा पंजाब की बड़ी स्टार्च मिलें खरीद कम कर रही है, क्योंकि बहराइच लाइन में नयी मक्की आ गई है तथा उसके पढ़ने सस्ते लग रहे हैं।जिस कारण वहां नये माल के भाव लगातार टूटने लगे हैं। वर्तमान में खगड़िया बेगूसराय गुलाब बाग दरभंगा मंडी में 1975/2000 रुपए प्रति कुंतल के बीच पास कंडीशन में मक्की बिक रही है। हरियाणा पंजाब पहुंच में भी 2275/2300 रुपए का बिकवाल आ रहे हैं। मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की मक्की का व्यापार नहीं हो है, क्योंकि उसके पड़ते अब नहीं लग रहे हैं, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले समय में मक्की अभी और टूट जाएगी, लेकिन इन भावों में भी स्टॉक के लिए खरीद शुरू कर देना चाहिए। वास्तविकता यह है कि बिहार में आवक का दबाव बढ़ गया है, क्योंकि वहां उत्पादन 70 लाख मीट्रिक टन को पार करने की संभावना है।
Millet: should trade constantly
New Delhi, 13 May (NNS):The prices of millet showed heavy downfall in the markets due to the arrivals of illegal stock in the markets during the last one and a half month and there is no possibility of more downtrend in the prices because the arrivals of the farmers stock reported to be over. It is true that the consumption of millet may decrease due to the arrival of the maize crop, despite all this, there is still 6 months left in the arrival of the new crop and also a shortage of stock in the private sector, due to this, in Mauli Barwala reach, it is being traded at Rs 2200/2210 per quintal and the prices may not show more downtrend in the prices. It has been ruling at Rs 2030/2040 per quintal in the markets. The prices may not show more uptrend till the arrival of the ratio stock of millet constantly in the markets.
बाजरा-अब व्यापार करिए
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) पिछले डेढ़ महीने से हेरा फेरी का बाजरा आने से मंडियों में भाव जितना गिरने थे उतना गिरावट आ चुकी है और इससे मंदे की गुंजाइश नहीं है, क्योंकि उत्पादक मंडियों में किसानी माल की आवक पूरी तरह समाप्त हो गई है। हम मानते हैं की मक्की की फसल आने से बाजरे की खपत घट गई है, इन सब के बावजूद बाजरे की फसल में अभी 6 महीने का समय बाकी है तथा प्राइवेट सेक्टर में स्टॉक नहीं है, इसलिए 2200/2210 रुपए मौली बरवाला पहुंच में जो बाजरा बिक रहा है, इसमें घटने की गुंजाइश नहीं है। मंडियों 2030/2040 रुपए रह गए है। हालांकि जब तक राशन में वितरण वाला बाजरा मंडियों में आता रहेगा, तब तक तेजी नहीं आने देगा।
Masoor: no uptrend in the near future
New Delhi, 13 May (NNS): Presently, huge amount of stock has been produce in the Mungaoli, Ganj basauda, Saagar and Bhopal line. In Bilti, it is being traded at Rs 6325/6350 per quintal after the uptrend of Rs 100/125 per quintal during the previous week, but the market remain closed with the soft trend because of the sluggish demand from the mills at the higher level. The masoor of Canada also ruling at Rs 6250/6275 per quintal in the markets. Now, huge amount of stock has also been lying in the markets of Canada and the stock will likely to be unload soon in the big importing companies and the selling of the previously unloaded stock has been reported to be feeble, on seeing this, the trade should not be done at the higher level. Now, it is profitable the trade at the current higher level and the market may increase during the coming
मसूर-निकट में तेजी नहीं
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) मसूर का उत्पादन अधिक होने से मुंगावली गंज बासौदा सागर भोपाल लाइन का माल प्रचुर मात्रा में आ रहा है। गत सप्ताह 100/125 रुपए प्रति कुंतल की तेजी पर 6325/6350 रुपए प्रति कुंटल का व्यापार बिल्टी में हो गया था, लेकिन बढ़े भाव में दाल मिलों की मांग ठंडी पड़ जाने से सप्ताह में बाजार थोड़ा नरमी लिए बंद हुआ। कनाडा की मसूर 6250/6275 रुपए बिक रही है। मंडियों में कनाडा के माल का स्टाक प्रचुर मात्रा में है तथा बड़ी आयातक कंपनियों के माल मुंदड़ा पोर्ट पर उतरने वाले हैं, पहले के भी उतरे हुए माल ज्यादा नहीं बिक पाए हैं, इन परिस्थितियों को देखते हुए अभी बाजार ज्यादा तेज होने वाला नहीं है। अभी वर्तमान भाव पर मजूरी का काम करते रहना चाहिए।और बढ़ सकता है।
Urad: market may uptrend
New Delhi, 13 May (NNS): No new crop of urad will likely to arrive in the near future. On the other hand, the import deals have been ruling at the higher level from Burma, due to this reason, the prices of urad SQ rose by Rs 100 to Rs 9950 per quintal. Apart from this, urad FAQ also ruling at the upper level of Rs 9475 per quintal. However, the demand of the stock seems sluggish in the open market and the prices have been ruling at the high level and the big mills are not purchasing the stock owing to the higher prices of the its dal, due to this, the market seems sluggish, despite all this, there is no possibility of downtrend in the prices on seeing the higher import prices. It is expected that the market may show uptrend during the coming days.
उड़द-बढ़ने की उम्मीद
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) उड़द की नई फसल निकट भविष्य में कोई आने वाली नहीं है। दूसरी ओर बर्मा से नए सौदे काफी ऊंचा पड़ते के हो रहे हैं, जिस कारण एसक्यू के भाव 100 रुपए बढ़कर 9950 प्रति कुंतल हो गए। उड़द एफ ए क्यू के भाव भी 9475 रुपए तक ऊपर में बन गए थे। हालांकि आज खुलते बाजार ग्राहकी की कमजोरी बाजार में देखी गई तथा ऊंचे भाव में दाल के पड़ते नहीं लगने से बड़ी दाल मिलें खरीद नहीं कर रहे हैं, जिससे बाजार सुस्त हो गया है। इन सब के बावजूद भी आगे आयात पड़ता महंगा को देखते हुए इसमें घटने की गुंजाइश नहीं लगता है। आगे चलकर बाजार बढ़ सकता है।
Moong: may show downtrend constantly
New Delhi, 13 May (NNS): The new crop of moong has been ruling in MP, West Bengal and Orissa. The all-round crop reported to be good, due to this, the traders are selling the best quality stock constantly. The stock is being traded between Rs 7500/7800 per quintal in Orissa and Bengal and the 5 kg condition stock has been ruling at Rs 8000/8100 per quintal. Apart from this, 3 kg condition stock also being traded at Rs 8400/8500 per quintal. Now, the prices have not show more downtrend in these prices. The arrival pressure may increase from MP during the current month and the new crop will likely to arrive from Bihar, Jharkhand and UP from the next month, due to this, the trade should not be done at the higher level during the coming days.
मूंग-वर्तमान में मंदा जारी रहेगा
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) मूंग की फसल मध्य प्रदेश पश्चिम बंगाल उड़ीसा में चल रही है तथा फसल चारों तरफ बढ़िया होने से लगातार वहां के कारोबारी बिकवाल है। उड़ीसा बंगाल की मूंग 7500/7800 रु प्रति क्विंटल के बीच बिक रही है तथा मध्य प्रदेश के 5 किलो कंडीशन वाली 8000/8100 रु एवं 3 किलो कंडीशन वाली 8400/8500 रु के बीच बिक रही है, अब इन भाव में अभी और मंदा दिखाई दे रहा है। चालू महीने में एमपी के माल का और दबाव बढ़ जाएगा, अगले महीने बिहार झारखंड एवं यूपी की आने लगेगी, इसलिए ज्यादा तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए।
Tur: no more decrement
New Delhi, 13 May (NNS): The import prices of tur have been ruling at the higher level despite all this, the demand from all the mills reported to be sluggish during the previous week and the prices of lemon tur eased by Rs 2 to Rs 112 per kg due to the fear of the government. Presently, the prices of tur have been ruling at the higher level from Maharashtra at the current level. The tur of MP have already been sold out in the mills and the farmers have also store the stock of UP and Jharkhand for their own purpose, in these circumstances, there is no possibility of more downtrend. The new tur of rabi season has already been sold out in the markets of MP and Jharkhand.
तुवर-और घटने की गुंजाइश नहीं
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) तुवर का आयत पड़ता महंगा होने के बावजूद भी पिछले सप्ताह दाल मिलों की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ जाने तथा सरकार की दहशत से 2 घटकर 112 रुपए प्रति किलो लेमन तुवर रह गई। वर्तमान में महाराष्ट्र के तुवर के पडते काफी महंगा लग रहे हैं। मध्य प्रदेश के तूवर पहले ही दाल मिलों में जा चुकी है तथा यूपी झारखंड एवं बिहार की तुवर किसानों द्वारा अपने खर्च के लिए रख लिया गया है, इन परिस्थितियों में अब और घटने की गुंजाइश नहीं है। रबी सीजन की एमपी झारखंड में तुवर की फसल आकर मंडियों में निबट गई है। खरीफ की फसल में पोल आ चुकी थी।
Gram desi: no more downtrend
New Delhi, 13 May (NNS): The arrival pressure of gram desi reported to be weak by 22/23 percent in Maharashtra, Karnataka, Andhra Pradesh and MP due to the decrement in the production. The farmers are also buying less amount of stock on seeing the weak per hectare productivity of the new crop. On the other hand, the stockists are constantly buying the stock, due to which, the prices of gram desi gained by Rs 250 to Rs 6550 per quintal at the Lawrence Road and the prices may show more uptrend during the near future.
देसी चना-अब और मंदा नहीं
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) देसी चने के उत्पादन में पोल आने से महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश की मंडियों में आवक का दबाव गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 22-23 प्रतिशत कम है। चने की फसल में प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम को देखकर किसान भी मंडियों में माल कम ला रहे हैं। दूसरी ओर अभी से स्टॉकिस्ट लिवाली करने लगे हैं, जिससे 250 रुपए बढ़कर लॉरेंस रोड पर देसी चना 6550 रुपए प्रति क्विंटल हो गया तथा अभी और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं।
Rajma chitra: higher import prices
New Delhi, 13 May (NNS): This year, there is a lack of rajma chitra stock in the markets of Brazil and Ethiopia, due to which, the deals are not done from there. Its prices have been ruling at $1450/1460 per tonne in China, due to this, the importers have done less amount of stock because the prices are not increasing due to the selling of the desi stock at the sluggish level. In Mumbai, there, it is being traded at Rs 120/125 per kg due to the lack of selling from the spot containers. Here also, it is being quoted at Rs 124/128 per kg owing to the lack of the spot stock. Huge amount of inferior quality stock has already been sold out in the markets and there is still ling time left in the arrival of the new stock, on seeing this, the market may show more uptrend during the near future.
राजमां चित्रा-आयात पड़ता काफी महंगा
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) ब्राज़ील एवं इथियोपिया में इस बार माल बहुत कम है, जिससे वहां के सौदे नहीं हो रहे हैं। चीन में पहले ही 1450/1460 डॉलर प्रति टन के भाव होने से आयातकों ने सौदे कम किए थे क्योंकि यहां देसी माल सस्ता बिकने से उसके भाव नहीं बढ़ रहे थे। अब वर्तमान में मुंबई में हाजिर कंटेनर के बिकवाल नहीं होने से वहां 120/125 रुपए प्रति किलो का व्यापार हो गया है । यहां भी हाजिर माल की कमी से 124/128 रुपए प्रति किलो भाव बोलने लगे हैं। हल्के माल भी काफी निपट गए हैं तथा नई फसल आने में लंबा समय बाकी है, इसे देखते हुए अभी आगे बाजार और तेज लग रहा है।
Gram kabuli: trade of uptrend will lead to heavy loss
New Delhi, 13 May (NNS): This year, the prices of gram kabuli have been ruling at the higher level, due to this, the all-round sowing seems high and the production of gram kabuli also expected to be high, despite all this, its prices have been quoted at Rs 112/113 per kg. Its bold stock also showed heavy downfall in the same ratio. The old stock has not been available in the pipeline and its prices have been ruling at the lower level in the international markets. In these circumstances, the prices may not show more downfall from there.
काबुली चना-तेजी का व्यापार नुकसानदायक
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) हालांकि काबुली चने के इस बार ऊंचे भाव होने से चौतरफा बिजाई अधिक हुई है तथा उत्पादकता भी अधिक आने का प्रत्यक्षदर्शी बात बता रहे हैं, इन सब के बावजूद भी 2 महीने पहले 112/113 रुपए प्रति किलो महाराष्ट्र का काबुली चना बिकने के बाद वर्तमान घटाकर 83/87 रुपए भाव बोलने लगे हैं। इसी अनुपात में मोटे मालों में भी भारी गिरावट आ गई है। पाइप लाइन में पुराना माल समाप्त हो चुका है तथा देसी काबली चना अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से नीचे आ गया है, इन परिस्थितियों में आप यहां से ज्यादा नहीं घटेगा।
Pea: should purchase the stock at the current level
New Delhi, 13 May (NNS):The government has removed the import duty from the pea, but it is being available at the higher level of Rs 43/44 per kg on the Indian ports because it seems high in the international markets. On the other hand, the per hectare productivity reported to be weak, due to this reason, the stock has not been arrive as per the sowing in the Lalitpur, Jhansi, Gwalior, Jabalpur and Satna line. Here also, its stock has been available at Rs 47/49 per kg and in counter sale, it is ruling at Rs 52/53 per kg. The prices of its dal showed downfall, due to this, its demand seems good, in these circumstances, the prices have not showed more uptrend at the current level.
मटर-माल खरीदने में मुंह मीठा होगा
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) सरकार द्वारा मटर का आयात शुल्क मुक्त खोल दिया गया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव होने से 43/44 रुपए प्रति किलो से भारतीय बंदरगाहों पर नीचे का पड़ता नहीं है। दूसरी ओर मटर में इस बार प्रति हेक्टेयर यील्ड कम बैठ रही है, जिस कारण बिजाई के अनुरूप ललितपुर झांसी ग्वालियर जबलपुर सतना लाइन में आवक नहीं हो रही है। यहां भी मटर के भाव 47/49 रुपए प्रति किलो थोक में हो गए हैं तथा काउंटर सेल में 52/53 रुपए चल रहे हैं। दाल के भाव नीचे आ जाने से इसकी मांग अच्छी चल रही है, इन परिस्थितियों में वर्तमान भाव में और तेजी के आसार दिखाई दे रहे है।
Guar: may increase after some time
New Delhi, 13 May (NNS): In Jodhpur mandi, the prices guar eased by Rs 50 to Rs 5450/5500 per quintal owing to the weak demand from the mills. In Hisar mandi, guar prices held stable at Rs 5000/5100 per quintal because of the sluggish selling from the stockists. In NCDEX, the Guar gum May delivery showed nominal fluctuations owing to the constant speculative buying. There is no possibility of more decrement in the prices and the market may show more uptrend during the near future.
ग्वार : ठहरकर तेजी की उम्मीद
नई दिल्ली, 13 मई (एनएनएस) गम मिलों की मांग घटने से गत सप्ताह के दौरान जोधपुर मंडी में ग्वार के भाव 50 रूपये घटकर 5450/5500 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। स्टाकिस्टों की बिकवाली कमजोर होने से हिसार मंडी में ग्वार के भाव 5000/5100 रूपये पर प्रति क्विंटल पर टिके रहे। सटोरिया बिकवाली से एनसीडीईएक्स में ग्वार मई डिलीवरी में मामूली उतार चढ़ाव बना रहा। भविष्य में इसमें और अधिक गिरावट की उम्मीद कम है। बाजार ठहरकर पुन: बढ़ सकता है।